नई दिल्ली, एबीपी गंगा। पुलवामा हमले की पहली बरसी पर देश शहीदों को याद कर रहा है। लेकिन इस मौके पर भी सियासत हावी रही। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी द्वारा पुलवामा हमले को लेकर किये गये एक ट्वीट के बाद विवाद राहुल भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आ गये। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुये शहीदों को श्रद्धांजलि दी और लिखा कि इस हमले से किसे फायद हुआ? यहीं नहीं उन्होंने सरकार से तीन सवाल भी पूछे। हालांकि इसके बाद जम्मू-कश्मीर जोन के सीआरपीएफ के स्पेशल डीजी जुल्फिकार हसन ने कहा कि हमले का हिसाब पूरा कर लिया गया है।





राहुल ने भाजपा से तीन सवाल किये। पहला, इस हमले से सबसे ज्यादा किसे फायदा मिला? दूसरा, हमले के बाद हुई जांच का परिणाम क्या निकला और तीसरा, भाजपा सरकार ने इस हमले को लेकर हुई चूक के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया है?


सीआरपीएफ डीजी हसन ने कहा कि इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है और सही दिशा में हो रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक मुझे पता है जांच एजेंसी ने इस मामले में काफी प्रगति की है। डीजी हसन ने कहा कि हमने शहीदों के परिवार की मदद की। पुलवामा में आतंकी हमले के दोषियों का हिसाब किया जा चुका है।


वहीं दूसरी तरफ भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणी शहीदों का अपमान है। उन्होंने कहा कि 'कथित गांधी परिवार फायदे से आगे का सोच ही नहीं पाता। ये सिर्फ भौतिक रूप से ही भ्रष्ट नहीं हैं, बल्कि इनकी आत्मा भी भ्रष्ट है।' दूसरी तरफ भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने राहुल पर निशाना साधते हुये ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि 'शर्म करो राहुल गांधी। पूछते हो पुलवामा हमले से किसका फायदा हुआ? अगर देश ने पूछ लिया कि इंदिरा राजीव की हत्या से किसका फायदा हुआ, फिर क्या बोलोगे। इतनी घटिया राजनीति मत करो, शर्म करो।'