राजा भैया ने सपा को दिया समर्थन! BJP ने दी पहली प्रतिक्रिया, जानें- क्या कहा?
Lok Sabha Election 2024 में समाजवादी पार्टी को कुछ सीटों पर रघुराज प्रताप सिंह ने सपा को समर्थन दिया है. अब इस पर बीजेपी ने पहली प्रतिक्रिया दी है.
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ स्थित कुंडा के विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया द्वारा समाजवादी पार्टी को समर्थन देने के मामले पर बीजेपी ने पहली प्रतिक्रिया दी है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम राजा के समर्थन से नहीं अपने बल पर चुनाव जीतेंगे. हम लोग अपने संगठन के बल पर चुनाव जीतेंगे. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम अपने काम के दम पर जीतेंगे.
प्रयागराज पहुंचे यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि न वह देश चला पाएंगे ना प्रदेश चला पाएंगे. ना समाजवादी पार्टी चलाएं पाएंगे और ना ही कांग्रेस पार्टी के साथ चल पाएंगे. श चलाने की जिम्मेदारी जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे रखी है.
डिप्टी सीएम केशव ने एमआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उनके बयान जहरीले होते हैं लेकिन वह उत्तर प्रदेश में जहर न उगले. यहां सबका साथ - सबका विकास हो रहा है. कहा कि माफिया और अपराधी मुख्तार अंसारी व अतीक अहमद के नाम पर वोट मांगने वाले ओवैसी व दूसरे नेताओं का डिब्बा इस चुनाव में गोल रहेगा.
कलकत्ता हाईकोर्ट से ओबीसी मामले पर आए फैसले पर सीएम ममता बनर्जी द्वारा एतराज जताए जाने के मामले पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर वह हाईकोर्ट के फैसले को नहीं मानती हैं तो मनाने के तमाम तरीके हैं. देश की अदालतों के आदेश की अवहेलना करने की छूट किसी भी नेता - मंत्री या मुख्यमंत्री को नहीं हैं. संविधान ने उनका कोई ऐसा अधिकार नहीं दिया है. ममता बनर्जी ने जो बयान दिया है, उस पर उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी सियासी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शहजादे ने कल यह स्वीकार कर लिया है कि उनकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी के कार्यकाल में पिछड़ों और दलितों के साथ अन्याय हुआ है. हालांकि राहुल गांधी ने यह हकीकत कबूल करने में बहुत देरी कर दी है. उन्हें यह बहुत पहले स्वीकार कर लेना चाहिए था. देश अब कांग्रेस मुक्त भारत की तरफ तेजी से बढ़ रहा है