UP Politics: यूपी में हार के बाद BJP का बड़ा फैसला, अब उठाया ये कदम, बनाई खास टीम
UP Politics: उत्तर प्रदेश में इस बार बीजेपी के वोट प्रतिशत में 9 फीसद तक की गिरावट आई है. जिससे पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है. वोटों में आई की कमी की समीक्षा के लिए टास्क फोर्स बनाई जाएगी.
UP Lok Sabha Elections Results 2024: लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में जो झटका लगा है, पार्टी उससे अब तक उबर नहीं पा रही है. इतनी बड़ी हार का अंदाजा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भी नहीं था. जिसके बाद अब भाजपा यूपी की हार की समीक्षा में जुट गई है. बुधवार को लखनऊ में बीजेपी दफ्तर में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की और वोटों में आई गिरावट पर चर्चा की.
बीजेपी अब यूपी की हार का जमीनी स्तर पर आंकलन करने की तैयारी कर रही है और उन वजहों को भी जानने में जुटी है कि आखिर दो चुनाव में बीजेपी के साथ खड़े ओबीसी और दलितों ने पार्टी से मुंह क्यों मोड़ लिया. पार्टी के पक्ष में इतना कम मतदान क्यों हुआ. क्या भीतरघात का भी बीजेपी को नुक़सान हुआ है या कोई अन्य वजह भी रही.
यूपी की टीस भुला नहीं पा रही बीजेपी
उत्तर प्रदेश में इस बार बीजेपी के वोट प्रतिशत में 9 फीसद तक की गिरावट आई है. जिससे पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है. केंद्र में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की सबसे बड़ी वजह उत्तर प्रदेश ही है. इसलिए अब पार्टी में हार को लेकर मंथन शुरू हो गया है. बीजेपी ने इसकी जांच के लिए नेताओं की एक टास्क फोर्स बनाएगी, जिसमें संगठन के पदाधिकारियों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा.
इस टास्क फोर्स में 60 से ज़्यादा सदस्यों का चयन किया गया है. जो विधानसभावार जाकर हार की वजहों का पता लगाएंगे. पार्टी की रणनीति के मुताबिक ये नेता गांव-गांव जाकर ये जानने की कोसिए करेंगे कि बीजेपी के कोर वोटरों में किसी दल ने सेंध लगाई है. वो गैर यादव ओबीसी और ग़ैर जाटव दलित वोटर जो पिछली दो बार से बीजेपी के साथ मजबूती से खड़ा था वो पार्टी से दूर क्यों हुआ? इन तमाम मुद्दों के अलावा ये भी जानने की कोशिश की जाएगी कि पार्टी में किसने भितरघात किया है. किन लोगों की वजह से बीजेपी के वोटर्स उनसे दूर हुए. इसमें किसका हाथ था.
केंद्र में भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बन गई है. लेकिन, इस बार बीजेपी अपने दम पर पूर्ण बहुमत में नहीं हैं. बीजेपी को सबसे ज्यादा झटका यूपी में लगा है, आने वाले दिनों में प्रदेश की दस सीटों पर उपचुनाव भी होने हैं. ऐसे में पार्टी अपनी तमाम कमियों को दुरुस्त करने में जुट गई है.