UP Assembly Election 2022: स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद योगी आदित्यनाथ के एक और मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है. वन पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल का साथ छोड़ दिया है. मौर्य की तरह दारा सिंह ने भी पिछड़ों की अनदेखी का आरोप लगाया है. उन्होंने एबीपी गंगा से कहा कि भाजपा में मेरा अपमान हुआ.


दारा सिंह चौहान ने ABP गंगा से बातचीत में कहा , 'बीजेपी में मेरा अपमान हुआ, पिछड़ों का अपमान हुआ. ये पार्टी पिछड़ों और दलितों की विरोधी है.' उन्होंने कहा कि पार्टी के दो और मंत्री मेरे संपर्क में हैं, जो जल्द ही इस्तीफा देंगे. बता दें कि  दारा सिंह चौहान सपा में शामिल हो सकते हैं. वे अखिलेश यादव से एक महीने में तीन बार बातचीत कर चुके हैं. साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले दारा सिंह चौहान बीएसपी छोड़कर बीजेपी में आये थे.



जानिए पत्र में क्या लिखा?


उन्होंने अपने पत्र में लिखा, 'माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन, पर्यावरण और जन्तु विज्ञान उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, लेकिन सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.'


दारा सिंह चौहान के अबतक के सफर पर एक नजर


दारा सिंह चौहान बीएसपी और सपा में रह चुके हैं. सबसे पहले बीएसपी से एमएलसी रहे, फिर राज्यसभा गए. बाद में बीएसपी छोड़ सपा में आए और घोसी सीट से सांसद बन गए. साल 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद वो 2017 में बीजेपी में आए और मऊ ज़िले की मधुबन सीट से विधायक बन मंत्री बने.


दारा सिंह चौहान 1996 में राज्य सभा सासंद रहे. वे दो टर्म राज्यसभा में भी रहे. साल 2009 में घोसी लोकसभा सीट से बीएसपी से सांसद बने. इसके बाद साल 2015 में बीएसपी छोड़कर बीजेपी ज्वाइन किए. साल 2017 में बीजेपी सरकार में मंत्री बने.


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