भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने मुख्य वोट बैंक पिछड़ों को पूरी तरीके से अपने साथ रखना चाहती है और इसी कड़ी में आज दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ उत्तर प्रदेश इकाई की बड़ी बैठक होगी. मिशन 80 के तहत भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय पर यह बैठक आज दिल्ली में होगी ,हालांकि अभी स्थान को लेकर के पुष्टि नहीं है. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ,भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष  भूपेंद्र चौधरी ,उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ,उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक , जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह , केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, साध्वी निरंजन ज्योति,सुरेंद्र नागर , संगम लाल गुप्ता के साथ ही कुछ पिछड़े वर्ग से जुड़े सांसदों को भी इस बैठक में बुलाया गया है.


यूपी के ओबीसी चेहरों के साथ होगा मंथन


भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के ओबीसी चेहरों के साथ आज यूपी में आगमी चुनाव को लेकर ओबीसी रणनीति पर मंथन करेगी. इस बैठक की अहमियत ऐसे समझी जा सकती है कि आज गुरुवार को लखनऊ में होने वाला एससी मोर्चे का महासम्मेलन भी स्थगित कर दिया गया है. इस बैठक के मायने इसलिए भी अहम हो जाते हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों जातीय जनगणना के मुद्दे को हवा देना पर काम कर रहे हैं और सभी विपक्षी दल ओबीसी वोट बैंक पर नजर बनाए हुए हैं साथ ही उनको लुभाने के लिए अलग-अलग वादे कर रहा है.  बिहार के जातीय जनगणना के आंकड़ों के बाद भाजपा पर लगातार विपक्ष दबाव बना रहा है.


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जमीनी फीडबैक लेगा के केंद्रीय नेतृत्व


इस मामले में सूत्रों की माने तो इस प्रकरण में केंद्रीय नेतृत्व ओबीसी नेताओं से जमीनी फीडबैक लेगा और उसी आधार पर ओबीसी वोटरों को अपने पाले में करने के लिए अलग-अलग अभियान और कार्यक्रम बनाए जाएंगे . केंद्रीय नेतृत्व यह जानता है कि देश की सत्ता में अगर 2024 में वापसी करनी है तो उसने उत्तर प्रदेश एक अहम किरदार निभाने वाला है . भारतीय जनता पार्टी सभी 80 सीटों का लक्ष्य बनाकर के चल रही है.