(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hate Speech Case: आजम खान को सजा होने पर बीजेपी ने जमकर साधा निशाना, दोनों डिप्टी सीएम ने भी दी प्रतिक्रिया
Hate Speech Case: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) विधायक आजम खान (Azam Khan) को सजा होने के बाद दोनों डिप्टी सीएम और बीजेपी (BJP) के कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है.
Azam Khan News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के दिग्गज नेता और रामपुर (Rampur) से विधायक आजम खान (Azam Khan) को कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाई है. इसके अलावा रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) ने उन्हें सजा सुनाते हुए 25 हजार का जुर्माना भी लगा है. इसके बाद बीजेपी (BJP) नेताओं ने आजम खान को सजा होने के बाद उनपर जमकर निशाना साधा है. यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने भी प्रतिक्रिया दी है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा, "सपा नेता मोहम्मद आजम खान का राजनीतिक जीवन बीजेपी और समाज के विरोध में जहरीले भाषण एवं बयानबाजी के लिए जाना जाता है. मोहम्मद आजम खान मामले में माननीय न्यायालय के आदेश का स्वागत है. लोकतंत्र में राजनीतिक विचार अलग-अलग है तब भी सार्वजनिक जीवन के व्यक्ति को भाषा की मर्यादा बनाए रखना चाहिए."
वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, "कुछ लोग समाज में ऐसे हैं जो द्वेष की भावना से, विघटन की भावना से और समाज में दंगा फसाद फैलाने की भावना से कुछ न कुछ अनरगल बयानबाजी करते रहते हैं. इस फैसले के बाद लोग इससे ऊपर उठ सकेंगे और अनरगल बयानबाजी पर रोक लग सकेगी."
इन्होंने भी दी प्रतिक्रिया
इसके अलावा योगी सरकार के मंत्री नंद गुप्ता नंदी ने कहा, "हेट स्पीच मामले में न्यायपालिका का निर्णय ऐसे विपक्षी राजनेताओं के लिए सबक है जो चुनावी प्रतिद्वंदिता में आगे बढ़कर ओछी बयानबाजी और सस्ती लोकप्रियता के लिए कुछ भी अनर्गल बातें करते हैं. व्यक्तिगत टिप्पणी और हेट स्पीच की राजनीति में कोई जगह नहीं है. भड़काऊ भाषण देने के मामले में न्यायालय द्वारा की गई तीन साल के सजा की कार्रवाई अमर्यादित बयानबाजी करने वालों के लिए सबक है."
बता दें कि आजम खान को ये सजा 2019 के लोकसभा चुनाव के समय दिए गए भड़काऊ भाषण को लेकर कोर्ट द्वारा सुनाई गई है. वहीं सजा के एलान के बाद आजम खान ने कहा, "मैं बेल पर हूं इंसाफ का कायल हो गया हूं. हिम्मत नहीं हारा हूं. अभी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं, लड़ाई जारी रहेगी. अभी कानूनी रास्ते खुले हैं. अब ऊपरी अदालत में अपील करेंगे."