2000 Rupee Note: दो हजार के नोटों को वापस लेने के फैसले पर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. वहीं बीजेपी के नेताओं को लगातार इस अपनी सफाई देनी पड़ रही है. यूपी के बलिया में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह आरबीआई का फैसला है और चुनावों से इस फैसले का कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा या किसी अन्य चुनाव से इस फैसले को जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. 


'भ्रष्टाचारियों के पेट में जरूर दर्द शुरू हो गया है'


राजभर ने कहा कि मेरा मानना है कि आरबीआई के इस कदम से कुछ भ्रष्टाचारियों के पेट में जरूर दर्द शुरू हो गया है. दर्द उन्हीं लोगों के पेट में शुरू हुआ है जिन लोगों की अनावश्यक रूप से धन संग्रह करके चुनाव में  इसका दुरुपयोग करने की मंशा रही होगी, इस फैसले से कहीं न कहीं ऐसे लोगों की राजनीति जरूर फेल हो गई है.


स्वामी प्रसाद मौर्य पर किया पलटवार


वहीं, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान (रामराज एक धोखा है) के सवाल पर यूपी सरकार के मंत्री ने कहा कि देखिए स्वामी प्रसाद मौर्य से मैं कहना चाहता हूं कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके कंधे पर बंदूक रखकर गोली चलाने का काम कर रहे हैं यह पूरी तरह से  प्रायोजित बयान है. समाजवादी पार्टी स्वामी प्रसाद मौर्य को आगे करके इस तरह के बयान जारी कर रही है और समाज को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की अपनी राजनीति को आगे बढ़ा रही है, यह कही से वाजिब नहीं है. राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी मुद्दों की बात करे, विषय की बात करे, हम लोग कभी पीछे हटने का काम नहीं करते हैं. उन्होंने कहा जनता ने निकाय चुनाव में सपा को करारा जवाब दिया है इसके बाद भी उनकी जुबान पर लगाम नहीं है. राजभर ने कहा कि जनता ही ऐसे लोगों का इलाज करेगी और लोकसभा चुनाव में पक्के तौर पर ऐसे लोगों का इलाज हो जाएगा.


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