BJP Leader Anuj Chaudhary Murder Case: बीजेपी नेता अनुज चौधरी हत्याकांड में मुरादाबाद पुलिस (Moradabad Police) को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने मुठभेड़ (Encounter) के बाद आज सुबह तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि 10 अगस्त को अनुज चौधरी की शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मुरादाबाद पुलिस के लिए आरोपी चुनौती बने हुए थे. वारदात के बाद पुलिस ने दो आरोपियों अनिकेत और निराजपाला को 16 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. तीन आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी. अनुज चौधरी बीजेपी किसान मोर्चा से जुड़े थे.


BJP नेता अनुज चौधरी हत्याकांड में पुलिस को सफलता


बीजेपी नेता की हत्या से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था. अनुज चौधरी बीजेपी मंत्रियों और कद्दवार नेताओं के करीबी रहे थे. मझोला इलाके के दिल्ली रोड स्थित पार्श्वनाथ हाउसिंग सोसायटी में 10 अगस्त की शाम चहलकदमी कर रहे बीजेपी नेता अनुज चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आज तीन शूटरों को गिरफ्तार कर लिया. एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि सुशील उर्फ गोलू, सूर्यकांत उर्फ सोनू और आकाश आज कोर्ट में सरेंडर करने के लिए कांठ इलाके से मुरादाबाद आ रहे हैं.


मुठभेड़ के बाद तीन और हमलावरों को किया गिरफ्तार


सूचना पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की. बाइक से आ रहे बदमाशों ने रोकने पर फायरिंग शुरू कर दी. बदमाशों की गोली से एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. बचाव के लिए पुलिस ने भी मोर्चा संभाला. जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया. घायल बदमाश को हिरासत में लेकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. पुलिस ने भाग रहे दो अन्य बदमाशों का पीछा किया. बदमाश मझोला इलाके में पहुंच गए. वायरलेस पर सूचना मिलने के बाद घेराबंदी कर रही पुलिस टीम से बदमाशों की फिर मुठभेड़ हो गई.


पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए. पुलिस ने हिरासत में लेकर दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. एसएसपी ने बताया कि तीनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है. संभल जनपद में असमोली थाना इलाके के रहने वाले अनुज चौधरी का ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर राजनीतिक विवाद चल रहा था. अनुज चौधरी को कई बार धमकी भी मिल चुकी थी. संभल पुलिस ने अनुज चौधरी को एक सरकारी गनर सुरक्षा के लिए दे रखा था.


अनुज चौधरी खुद भी निजी सुरक्षा गार्ड साथ लेकर चलते थे. 10 अगस्त की शाम निजी सुरक्षाकर्मी बीमार होने की वजह से अनुज चौधरी के साथ नहीं आ पाया था. घटना के समय अनुज चौधरी का सरकारी सुरक्षाकर्मी भी आवास में बैठा हुआ था. एक महीने से अनुज चौधरी की रेकी कर रहे शूटरों को मौका मिल गया. उन्होंने गोली मारकर अनुज चौधरी की हत्या कर दी. अनुज चौधरी को ठिकाने लगाने के लिए 30 लाख में सौदा तय हुआ था.




शूटरों को 6 लाख रुपए पेशगी मिल चुकी थी. सुपारी की बाकी रकम वारदात के बाद देने की कही गई थी. अनुज चौधरी की हत्या करने वाले आरोपी बहुत शातिर थे. उन्होंने अनुज चौधरी के अपार्टमेंट में एक फ्लैट किराए पर लिया था. 30 दिन तक इंतजार करने के बाद शूटरों को मौका मिला. अनुज चौधरी की हत्या के बाद शूटर फरार हो गए. बीजेपी नेता हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज भी सामना आया था. पुलिस ने फुटेज से हमलावरों की पहचान की. अब तक पुलिस 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. 


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