UP News: गाय को संरक्षित राष्ट्रीय पशु घोषित करने की जरूरत बताने वाली हाइकोर्ट की लखनऊ बेंच की टिप्पणी पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर इस्लाम की नजर से इसे देखा जाए तो कई बड़े लोगों ने कहा है कि वह पशुओं की सरदार है. गाय के दूध को शिफा कहा गया है. बासित अली ने कहा कि योगी सरकार में लगातार गाय को बचाने के लिए काम किया जा रहा है. गौशालाएं बनाई जा रही हैं. यह अपने आप में पूरे देश, और विश्व के लिए एक नजीर बन रहा है लेकिन फिर भी मेरा मानना है कि एक सख्त कानून हो.


बासित अली ने कहा, 'मैं कोर्ट की तमाम बातों से सहमत हूं. मेरे मुस्लिम समाज के जो भाई, इस्लामिक स्कॉलर और बुद्धिजीवी हैं वे भी आगे आकर इस पर बात करेंगे तो और अच्छा होगा. यह कहा गया है कि अगर किसी पशु की कुर्बानी से भेदभाव होता तो वह जायज नहीं है.' बासित अली ने कहा कि तमाम बड़ी घटनाओं के पीछे आप देखें तो गाय और गोकशी निकल कर आती है. जो हिंदू और मुसलमान के बीच खाई को पैदा करने का काम करती है. लगातार इसके लिए हिंदू संगठन और कई अन्य लोग आंदोलन चलाकर सक्रिय रहते हैं. पुलिस भी गोकशी करने वालों को पकड़ रही है. 


किसी पार्टी का नहीं देश का मुद्दा है - बासित अली
बासित अली ने आगे कहा, 'एक मुस्लिम होने के नाते मैं कोर्ट के बयान का समर्थन करता हूं. एक पार्टी की नजर से अगर देखें तो बीजेपी के जो तमाम नेता और मंत्रियों के घरों पर गाय मिलती है. उनकी पूजा होती, उन्हें पाला जाता है, प्यार किया जाता है, दुलार किया जाता है. गाय को माता कहा गया है. यह एक पार्टी का मुद्दा नहीं बल्कि देश समाज का मुद्दा है, सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने से जुड़ा मुद्दा है जिसका सबको समर्थन करना चाहिए और मानना चाहिए.'


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