(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Politics: 'ग्रंथों को नहीं मानसिकता को जलाने की जरूरत', दिनेश शर्मा का स्वामी प्रसाद मौर्य पर तंज
UP News: डॉ दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष के लोग उत्तर प्रदेश में हो रहे विकास से विचलित हैं. जो सकारात्मक चीजें हैं उनको नकारात्मक बताने लगते हैं.
Raebareli News: रायबरेली (Raebareli) में पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ( Dinesh Sharma)ने शनिवार को रायबरेली के सकल नारायण इंटर कॉलेज (Sakal Narayan Inter College) के कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उनके साथ स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) भी मौजूद थे. मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा और राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत की.
यहां दिनेश शर्मा ने सपा (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) पर हमला बोला. साथ ही अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाई और नई शिक्षा नीति लाने का श्रेय योगी सरकार को दिया. पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा "जब से योगी सरकार प्रदेश में आई है, तब से शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन हुआ है. नई शिक्षा नीति लाई गई. रायबरेली विकास की तरफ काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. अभी तक यह जिला वीआईपी जिला कहा जाता था, लेकिन अब यह आम लोगों का जिला हो गया है. यहां वीआईपीज की तो सेवा हुई, लेकिन जिले की नहीं हुई. वहीं अब यहां पर सरकारी सेवाओं का लाभ सभी को मिल रहा है."
दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर बोला हमला
डॉ शर्मा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष के लोग उत्तर प्रदेश में हो रहे विकास से विचलित हैं. जो सकारात्मक चीजें हैं उनको नकारात्मक बताने लगते हैं. हमारे जो धार्मिक ग्रंथ हैं उसको जलाने लगते हैं, जबकि उनके मन की ग्रंथि अलगाववाद की है. जातिवाद की है. बंटवारे की है. इस प्रकार की जो ग्रंथि और मानसिकता है उसको जलाने की जरूरत है. ग्रंथों को नहीं. यहां मीडिया से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में डॉ शर्मा ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर अपरोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग नारे लगा रहे हैं, उनको भविष्य में भी राजनीतिक बेरोजगारी के नारे लगाने हैं. बीजेपी को शासन करना है और जनता के लिए काम करना है.
रामभद्राचार्य की कथा बैन पर भी बोले
रामभद्राचार्य की कथा पर बैन लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा "एक दृष्टिहीन होने के बाद भी रामायण और पुराण उन्हें कंठस्थ है. वो अपनी स्पष्ट वार्ता के लिए जाने जाते हैं. जो उनकी विद्वता है वह उनको अवगत कराते हैं, चेतावनी देते हैं. ऐसे सनातनी व्यक्ति के बारे में कोई कुछ कहे तो उसकी विद्वता पर मुझे शक होता है." 17 अति पिछड़ी जातियों को एससी में शामिल करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जो ये मुद्दा जो उठा रहे हैं, उनसे पूछना चाहिए कि वो लोग पंद्रह पंद्रह साल शासनकाल में रहे हैं. केंद्र की सरकार भी उन्हीं लोगो पास रही है. इन पर तब क्यूं काम नहीं हुआ. ये लोग सारे मुद्दे चुनाव के समय लाते हैं. जब शासन में रहते हैं तब इन लोगों को ये मुद्दे क्यों याद नहीं आते. ये लोग इन मुद्दों को चुनाव के समय भुनाने की कोशिश करते हैं.
अखिलेश यादव के इतिहास बदलने के सवाल पर कही ये बात
अखिलेश यादव के इतिहास बदलने के सवाल पर डॉ शर्मा ने कहा "इतिहास तो याद दिलाए जाने की जरूरत ही है. भारत में इतिहास संघर्षों का रहा है. लेकिन गुलामी का इतिहास पढ़ाया गया. कभी मुगलों ने आक्रमण किया, कभी अंग्रेजों ने किया. सब लूट कर चले गए. एक ही चीज नहीं लूट पाए वह हमारे संस्कृति और संस्कार." उन्होंने कहा कि जो विदेशी लोग नहीं लूट पाए उसको कुछ लोग करने की जो कोशिश कर रहे हैं वह सफल नहीं हो पाएंगे.
राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
राहुल गांधी के कीमत चुकाने की मामले पर उन्होंने कहा " कीमत वह चुकाता है जो स्वयं कीमती हो. जिसकी स्वयं की कोई कीमत का कोई आकलन न हो. वो कीमत क्या चुकाएगा. अडानी और अंबानी के सवाल पर उन्होंने कहा उनके सहयोगी दल एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने स्पष्ट कह दिया कि जो हिंदुस्तान के उद्योगपति हैं उनको ही सब गाली देते हैं. वो कोकाकोला के खिलाफ सवाल नहीं उठाएंगे, ब्रिटानिया के खिलाफ नहीं उठाएंगे. विदेशी कंपनियों के खिलाफ नहीं उठाएंगे. हिंदुस्तान की कोई कंपनी बढ़ती हुई दिखाई देगी तो विदेशी कंपनी के कहने पर उसी विषय पर बोलेंगे. मैं किसी की तारीफ नहीं कर रहा हूं. जो गलत है सुप्रीम कोर्ट उसकी जांच करेगा". प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वो हमेशा आगे रहते हैं. पीछे तो वो रहते हैं जो पीछे रहकर सरकार चलाते थे. प्रधानमंत्री हरदम फ्रंट पर आकर खेलते हैं.