Abdullah Azam Khan: सपा विधायक अब्दुल्ला आज़म (Abdullah Azam) की सदस्यता जाने पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली (Kunwar Basit Ali) ने कहा ये बहुत पुराना मुकदमा था, जिसमें उनको सजा हुई और उनकी सदस्यता गई. अभी उन पर कई सारे मामले बाकी है. उनको सजा मिलेगी, 420 का मुकदमा भी बाकी है जो जरूर साबित होगा. यह देखने वाली बात है कि जिन लोगों ने सपा, बसपा के समय अपराध किया इस सरकार में उनको सजा मिल रही है. लगातार गुंडों को सजा मिल रही, राजनीतिक अपराधियों को सजा मिल रही है, ये आगे भी जारी रहेगा. 'जैसी करनी वैसी भरनी.'


अब्दुल्ला आजम की विधायकी जाने पर सपा आरोप लगा रही है कि बीजेपी साजिशन विपक्ष को खत्म करने की साजिश कर रही है. जिस पर कुंवर बासित अली ने कहा कि खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है. सोहबत का असर आता है. जब से शिवपाल यादव, अखिलेश यादव के साथ आए हैं जो सपा की पुरानी गुंडई की छवि थी वह फिर उभर कर सामने आ रही है. वो अपने कार्यकर्ताओं को उकसा रहे हैं धरना प्रदर्शन, यही उनका पहले काम था. उसी कल्चर पर फिर से वापस आना चाहते हैं. 


निकहत अंसारी पर हुई कार्रवाई पर दिया ये जवाब


मुख्तार अंसारी की बहू निकहत अंसारी पर कार्रवाई पर बासित अली ने कहा जिनका जेल के अंदर राज चलता था, वो उन्होंने योगी सरकार में भी चलाने की कोशिश की, तो ना अधिकारी बचेंगे, न अपराधी. इस तरह का गठबंधन अब नहीं चल सकता. अब सिर्फ न्याय है, अपराधी कोई भी हो, कहीं से भी अपराध करें, वह पकड़ा जाएगा उसे सजा मिलेगी. उन्होंने दावा किया अब्दुल्ला आज़म के जाने के बाद स्वार सीट खाली हुई, उपचुनाव में उस सीट पर भी बीजेपी को ही जीत मिलेगी. बीजेपी ने साबित किया है कि धर्म, जाति, मजहब अब कोई दीवार नहीं है. जिस तरह रामपुर, आजमगढ़ जीता वैसे ही स्वार भी जीतेंगे. 


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