रायबरेली. जहां एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भू माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए जिले स्तर पर एक कमेटी गठित की है और अवैध निर्माण व कब्जे को लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं. वहीं, दूसरी तरफ रायबरेली में अवैध कब्जे पर कार्रवाई ना करने पर बीजेपी के नगर अध्यक्ष आमरण अनशन पर बैठ गए हैं.


मामला शहर के बीचों-बीच हाथी पार्क का है, जहां जिला पंचायत द्वारा एक व्यापारी को भूमि लीज पर दे दी गई और उस पर बिना नक्शा पास कराए ही निर्माण भी शुरू करा दिया गया. सबसे खास बात यह है कि जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश बहादुर सिंह भाजपा से एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के भाई हैं. इस तरह दो भाजपा नेताओं के बीच टकराव की चर्चा भी जबरदस्त है.


अवैध निर्माण को लेकर हर गली में है चर्चा


रायबरेली शहर के मुख्य स्थान पर स्थित हाथी पार्क बना हुआ है. जहां पर शाम को बच्चे खेलने के लिये और लोग घूमने व शाम का समय व्यतीत करने वहां जाते थे, लेकिन कोरोना काल की आपदा को अवसर में बदलने का खेल खेलने से जिला पंचायत नहीं चूका और जिला पंचायत ने व्यापारी प्रखर गुप्ता को हाथी पार्क परिसर में बने जर्जर कैंटीन को लीज पर दे दिया. जिसके बाद उस पर अवैध तरीके से निर्माण भी शुरू करा दिया. ग्राउंड फ्लोर बनाने के बाद प्रथम मंजिल भी बनकर खड़ी हो गई. जिसके बाद भाजपा के नगर अध्यक्ष संतोष पांडे ने इस पर आपत्ति जतानी शुरू की और सिलसिलेवार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देना शुरू किया लेकिन निरंकुश विभाग के अधिकारियों द्वारा उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और निर्माण कार्य लगातार चलता रहा.


सत्ताधारी नेता को नहीं मना पाए नगर मजिस्ट्रेट


जब अपनी ही सरकार में भाजपा नेता की नहीं सुनी गई तो संतोष पांडेय अपने साथियों के साथ आमरण अनशन पर बैठ गए. जिसके बाद मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट युगराज व शहर कोतवाल अतुल सिंह मय फोर्स पहुंच गए और समझाने बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया. लेकिन नतीजा सिफर रहा और भाजपा नेता का आमरण अनशन जारी रहा. सबसे खास बात भाजपा नेता के इस संघर्ष में जिले के भाजपा कमेटी के अन्य चेहरे नहीं दिखे और ना ही किसी ने इसके खिलाफ कोई आवाज भी उठाई जिसकी चर्चा भी आम हो चुकी है.


चोरी की बिजली से हो रहा था निर्माण कार्य


आमरण अनशन पर बैठे भाजपा नेता संतोष पांडे ने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य में प्रयुक्त हो रही बिजली भी चोरी से लगाई गई है. जिसके बाद बिजली विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई. सूत्रों के अनुसार जांच में तीन केबिले भी खम्भे से जुड़ी पायी गयी थी जिसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया.


किसके पक्ष में जायेगा हार जीत का फैसला


फिलहाल जंग दो भाजपा नेताओं के बीच मानी जा रही है. एक तरफ भाजपा के नगर अध्यक्ष संतोष पांडे हैं तो दूसरी तरफ जिला पंचायत. बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा से एमएलसी व कद्दावर नेता दिनेश प्रताप सिंह के भाई अवधेश सिंह हैं. इसलिए यहां लड़ाई काफी रोचक हो चुकी है. नगर अध्यक्ष संतोष पांडे खुलकर अपनी ही सरकार में अधिकारियों की तानाशाही व अवैध कामों में संलिप्त लोगों की जांच की मांग कर रहे हैं तो दूसरी तरफ पर्दे के पीछे से दूसरे भाजपा नेता धुआंधार बैटिंग कर रहे हैं. अब देखना यह है कि इस जंग में जीत किसकी होती है?


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