(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि रहे बीजेपी नेता ने रची टीईटी पेपर लीक की साजिश, एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
टीईटी टेस्ट का पेपर लीक मामले में जिन सात लोगों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है, उनमे बीजेपी का नेता चन्द्रमा सिंह यादव भी शामिल है। गिरोह के लोगों ने 200 ज्यादा लोगों से एडवांस पैसे भी ले रखे थे।
प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। यूपी एसटीएफ ने टीईटी यानी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट का पेपर आउट कर उसकी सॉल्व कॉपी लाखों रूपये में बेचे जाने की साजिश रचने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इसके सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ की सक्रियता से इस महत्वपूर्ण परीक्षा की साख पर बट्टा लगने से बच गया और पेपर लीक किये जाने से ठीक पहले इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जिन सात लोगों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है, उनमे बीजेपी का नेता चन्द्रमा सिंह यादव भी शामिल है।
गिरफ्तार बीजेपी नेता चन्द्रमा सिंह यूपी की योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का बेहद करीबी माना जाता है। वह लम्बे अरसे से कैबिनेट मंत्री व योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह का प्रतिनिधि भी रहा है। हालांकि एसटीएफ द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद मंत्री के ऑफिस ने सफाई दी है कि चन्द्रमा सिंह सालों तक प्रतिनिधि जरूर रहा, लेकिन कुछ समय पहले उसे इस जिम्मेदारी से हटा दिया गया था। वैसे सियासी गलियारों में चर्चा यह है कि गिरफ्तार आरोपी बीजेपी नेता चन्द्रमा अब भी मंत्री सिद्धार्थनाथ का प्रतिनिधि है, लेकिन अब बचाव में उसे कुछ दिन पहले हटाए जाने की दलीलें दी जा रही हैं।
मंत्री का पूर्व प्रतिनिधि बीजेपी नेता चन्द्रमा इन दिनों पार्टी के किसान मोर्चा प्रकोष्ठ में प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य है। वह बीजेपी की महानगर इकाई में उपाध्यक्ष समेत कई दूसरे महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुका है। प्रयागराज में उसकी गिनती बीजेपी के रसूखदार नेताओं में होती है। वह शहर के धूमनगंज इलाके में पंचम लाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का प्रबंधक भी है। उसके विद्यालय को सेंटर बनाए जाने पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। एसटीएफ ने चन्द्रमा समेत सभी सातों लोगों को प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके से उस वक्त गिरफ्तार किया, जब यह सब इकट्ठे होकर साजिश रच रहे थे।
एसटीएफ अफसरों के मुताबिक इस गिरोह का मास्टर माइंड व सरगना प्रयागराज का ही रहने वाला संजय उर्फ उमेश उर्फ गुरु जी है। उसने चन्द्रमा सिंह यादव के साथ मिलकर टीईटी का पेपर आउट करने और उसे हाईटेक तरीके से सॉल्व कर लाखों रूपये कीमत पर तमाम लोगों को बेचने की योजना बनाई थी। इसके लिए इन लोगों ने दो सौ बीस सिम कार्ड एक्टिवेट करा रखे थे।
एसटीएफ ने इनके कब्जे से 180 मोबाइल फोन, दो सौ से अधिक सिम कार्ड, ब्लूटूथ डिवाइस व चार लाख रूपये से ज्यादा की नकदी बरामद की है। योजना बनाई गई थी कि बीजेपी नेता चन्द्रमा सिंह यादव के विद्यालय से सेकेंड पाली के पेपर को डेढ़ घंटे पहले स्ट्रांग रूम से निकालकर उसकी फोटो कॉपी बाहर निकाली जाएगी। इसे सॉल्वर्स से हल कराकर मोबाइल फोन के जरिये तमाम अभ्यर्थियों को पहुंचा दिया जाएगा। यह योजना बेहद हाईटेक थी। गिरोह के लोगों ने 200 ज्यादा लोगों से एडवांस पैसे भी ले रखे थे।
गौरतलब है कि टीईटी की परीक्षा यूपी के 75 जिलों में आयोजित हुई। इस परीक्षा के लिए 13 लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया था। पहले यह परीक्षा 22 दिसंबर को होनी थी लेकिन नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन की वजह से इसे टाल दिया गया था।