Basti News: उत्तर प्रदेश स्थित बस्ती के महिला अस्पताल में फर्जी चिकित्सक की जानकारी का खुलासा एबीपी न्यूज़ ने तिया था. अब भारतीय जनता पार्टी नेता रिंकू दूबे ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर जिला महिला चिकित्सालय में तैनात कथित फर्जी डिग्री के आधार पर नियुक्त डा. आशुतोष शर्मा को दूरस्थ स्थानांतरित करते हुए उनकी डिग्री की अन्य विभाग से जांच कराये जाने व उनके संरक्षण देने वाले संलिप्त अधिकारियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग किया है.
ज्ञापन में भाजपा नेता रिंकू दूबे ने कहा है कि उन्हें पता चला है कि जिला महिला चिकित्सालय बस्ती में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर नियुक्त डॉ. आशुतोष शर्मा ने एमडी रेडियोडायग्नोसिस का तीन वर्षीय कोर्स आनलाइन मानव सम्पदा पोर्टल पर प्रदर्शित करके धोखे से पद प्राप्त किया व वर्तमान अधीक्षक डॉ. अजय कुमार वर्मा से सांठगांठ करके अल्ट्रासाउंड मशीन के सापेक्ष अपना पीसीपीएनडीटी रजिस्ट्रेशन करा लिया. जबकि ऐसी कोई डिग्री इनके पास नहीं है.
इस तरह का कृत्य जनता और सरकार के साथ बड़ा धोखा है
इस प्रकार खेल करके सरकार व जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा किया जा रहा है. अपने बचाव के लिए इन्होने अधीक्षक से प्रार्थना पत्र प्रमाणित करा कर अपने पास रख भी लिया है कि उनका डिप्लोमा पीसीपीएनडीटी के सुसंगत नियमों को पूर्ण करने में सक्षम नहीं है. इसी क्रम में अधीक्षक ने भी एक मार्गदर्शन पत्र निदेशालय को माह अगस्त 2024 में प्राप्त कराकर प्रति अपने पास सुरक्षित रख लिया जिससे कि जांच-पड़ताल में दोनों लोग अपनी जान बचा सके व अपने जालसाजी पर पर्दा डाल सकें.
डीएम को ज्ञापन देने के बाद भाजपा नेता रिंकू दूबे ने बताया कि उनके द्वारा मुद्दा उठाये जाने पर भेद खुलने के डर से डॉ. आशुतोष ने अधीक्षक की मिलीभगत से मानव सम्पदा पर आनलाइन प्रदर्शित डाटा में बदलाव किया है. नये डाटा के अनुसार उन्होंने ग्लोबल मुक्त विश्वविद्यालय नागालैण्ड से सोनोग्राफी का पत्राचार कोर्स किया है. विश्वविद्यालय से सम्पर्क करने पर पता चला कि उनके द्वारा इस तरह का कोई कोर्स नहीं कराया जाता. जबकि ऐसे पत्राचार कोर्स की मान्यता न तो मेडिकल काउंसिल आफ इंण्डिया देता है और न ही पीसीपीएनडीटी अधिनियम. उन्होंने जब ऑनलाइन अपनी डिग्री व योग्यता ही बदल लिया तो बिना पर्याप्त डिग्री के अपने पद पर कैसे बने रह सकते हैं. इसमें बहुत बड़ा खेल है और जिम्मेदार लोगों ने निजी स्वार्थ हेतु बात को दबाये रखा है.
भाजपा नेता ने कड़ी कार्रवाई की मांग की
भाजपा नेता रिंकू दूबे ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय बस्ती में ही शासन से चयनित व नियुक्त होकर डॉ. विमल कुमार द्विवेदी ने अपना ट्रेनिंग डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस, लखनऊ से पूर्ण किया है व डिग्री लेकर वहीं तैनात हैं परन्तु उनका अल्ट्रासाउंड मशीन के सापेक्ष न तो रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है और नहीं उनसे कार्य लिया जा रहा है. मांग किया है कि डॉ. आशुतोष वर्मा का स्थानान्तरण दूरस्थ किया जाए जिससे जांच प्रभावित न हो व उनका अन्य विभाग के प्रशासनिक अधिकारी जैसे कि मुख्य विकास अधिकारी, बस्ती से पारदर्शी तरीके से जांच कराई जाए और सच्चाई पाये जाने पर उनके विरूद्ध व उनके इस कृत्य में संलिप्त अधिकारी पर भी कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित किया जाए.
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