(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'हमारे धैर्य की परीक्षा न ली जाए', मैनपुरी में महाराणा प्रताप के अपमान पर भड़के संगीत सोम
Sangeet Som on Maharana Pratap Statue: संगीत सोम ने कह क्या महाराणा प्रताप किसी एक जाति के हैं या उन्हें किसी एक जातीय समुदाय से जोड़कर देखा जाना चाहिए. फिर महाराणा प्रताप से इतनी नफरत क्यों है.
UP News: मैनपुरी में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर अराजकता और उपद्रव करने वाले लोगों पर भले ही एफआईर दर्ज हो गई हो लेकिन इसका विवाद अभी खत्म नहीं हो रहा है. बीजेपी के पूर्व विधायक और फायरब्रांड नेता संगीत सोम ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चेतावनी दी है. संगीत सोम ने कहा कि यह कुकृत्य समाजवादी पार्टी के हिंदुत्व के महानायकों के प्रति घिनौने और नफरत से भरे चरित्र को उजागर करता है.
बीजेपी के पूर्व विधायक ने इस मामले में सोशल मीडिया एक्स पर एक लंबा पोस्ट लिखते हुए एक वीडियो शेयर किया है. संगीत सोम ने लिखा- "हमारे धैर्य की परीक्षा न ली जाए. बीते शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा मैनपुरी में सपा प्रत्याशी अपनी पत्नी के रोड शो के दौरान सपा कार्यकर्ताओं द्वारा देश के वीर सपूत,राष्ट्रनायक और प्रत्येक देशभक्त भारतीय के आराध्य पूज्य महाराणा प्रताप की मूर्ति के साथ जिस प्रकार अनादर कर अपमानजनक व्यवहार का प्रदर्शन किया गया यह समाजवादी पार्टी की देश के मान बिंदुओं के प्रति घृणा की मानसिकता का परिचायक है. यह कुकृत्य समाजवादी पार्टी के हिंदुत्व के महानायकों के प्रति घिनौने और नफरत से भरे चरित्र को उजागर करता है.
बीते शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा मैनपुरी में सपा प्रत्याशी अपनी पत्नी के रोड शो के दौरान सपा कार्यकर्ताओं द्वारा देश के वीर सपूत,राष्ट्रनायक और प्रत्येक देशभक्त भारतीय के आराध्य पूज्य महाराणा प्रताप जी की मूर्ति के साथ जिस प्रकार अनादर कर…
— Sangeet Singh Som (मोदी का परिवार) (@sangeetsom_bjp) May 7, 2024
इसके साथ ही संगीत सोम ने आगे लिखा- "क्या महाराणा प्रताप किसी एक जाति के हैं या उन्हें किसी एक जातीय समुदाय से जोड़कर देखा जाना चाहिए. फिर महाराणा प्रताप से इतनी नफरत क्यों है और महाराणा प्रताप की मूर्ति का अनादर कर आप किसे और क्या संदेश देना चाहते हैं? कहीं मुस्लिम तुष्टिकरण में आप इतना आगे निकलना चाहते हैं कि मुगल अकबर से सतत संघर्ष के प्रतीक महाराणा प्रताप की प्रतिमा को अपमानित कर मुगलों की संतानों को खुश करने के लिए यह सब जानबूझकर तो नहीं कराया गया हैं.
संगीत सोम ने कहा अखिलेश यादव यदि आपमें वास्तव में यदुवंशी रक्त है तो बिना देर किए आपको इस कुकृत्य पर देश से माफी मांगनी चाहिए. मैं क्षत्रिय समाज के नौजवानों से तमाम सामाजिक संगठनों उनके पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से निवेदन करता हूं कि शांति बनाए रखें. हम नही चाहते कि सामाजिक सद्भावना मे किसी प्रकार की कटुता उत्पन्न हो लेकिन हम अपने देश के महान बलिदानी,आजादी के उपासकों के आराध्य, पूज्य महाराणा प्रताप जी का अपमान करने वालों से निपटने में सक्षम है. क्षत्रिय समाज के धैर्य की परीक्षा न ली जाए वरना अगर हमारा धैर्य टूटा तो इसके परिणाम बहुत घातक होंगे. जय श्री राम, जय महाराणा.
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