UP Politics: उत्तर प्रदेश उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने खुद को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए सदस्यता अभियान शुरू किया है. इसके तहत सभी सांसदों, विधायकों से लेकर मेयर, पार्षद की जिम्मेदारी तय की गई है और नए सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है. बीजेपी के इस सदस्यता अभियान को एक बड़ी रणनीति के तौर भी देखा जा रहा है. जिससे सांसदों-विधायकों की लोकप्रियता और क्षेत्र में उनकी सक्रियता का आंकलन किया जाएगा.
मंगलवार को लखनऊ में बीजेपी की सदस्यता अभियान कार्यशाला हुई, जिसके तहत तीन करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है और नेताओं की ज़िम्मेदार भी तय की गई है. इसके तहत सांसदों को 20000 नए सदस्य बनाने लक्ष्य दिया गया है. जबकि विधायकों को 10000, महापौर को 20000, नगर पालिका अध्यक्ष को 5000, नगर पंचायत अध्यक्ष को 2000, निगम पार्षद को 1000 नए सदस्य बनाने होंगे.
बीजेपी नेताओं की सक्रियता का आंकलन
बीजेपी ने सांसदों और विधायकों को जो लक्ष्य दिया है वो इतना आसान नहीं है. इसे पार्टी नेताओं को जमीनी स्तर पर सक्रिय करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. ये नेता जितने नए सदस्य बनाएंगे उससे क्षेत्र में उनकी हैसियत और लोकप्रियता का आंकलन किया जा सकेगा. इस अभियान की नियमित मॉनिटरिंग भी की जाएगी. इससे न सिर्फ बीजेपी के जनाधार में बढ़ोतरी होगी बल्कि नेताओं की पहुंच भी जनता तक होगी.
इस अभियान के तहत पार्टी के तमाम सदस्य सार्वजनिक जगहों पर कैंप लगाएंगे और नए सदस्यों को जोड़ेंगे. बीजेपी का फोकस ख़ासतौर से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले पिछड़े और दलित समाज के लोगों पर हैं. ताकि प्रदेश के जातीय समीकरण को साधा जा सके. लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने बीजेपी के इस वोट बैंक में बड़े स्तर पर सेंध लगाई है. विपक्ष लगातार इनके मुद्दों को लेकर भी केंद्र सरकार सरकार को घेरने की कोशिश करता है.
ऐसे बन सकते हैं बीजेपी के सदस्य
इस अभियान के तहत जो भी बीजेपी के साथ जुड़ना चाहता है वो एक मिस्ड कॉल देकर या क्यू कोड, नमो एप और बीजेपी की वेबसाइट पर जाकर बीजेपी का सदस्य बन सकता है. इसके लिए पार्टी की ओर से नंबर भी जारी किया गया है. एक सितंबर के बाद 8800002024 नंबर पर कॉल करके सदस्यता ली जा सकती है.
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