UP Politics: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने ट्वीट के जरिए देश में अब तक दलित पीएम ना होने पर बीजेपी पर निशाना साधा है. मायावती के इस बयान पर योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने पलटवार किया है. मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का साफ तौर पर कहना है कि बहन जी अपने आप को दलितों के सबसे बड़ा मसीहा स्थापित करने का सपना देखती थीं लेकिन उनका सपना टूट गया.
'दलितों का इस स्तर का सम्मान पहले कभी नहीं हुआ'
यूपी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलितों के लिए जो किया वह सब जानते हैं. पहले कौन देश में पीएम बनाने लायक हुआ करते थे लेकिन जब से बीजेपी बड़े पदों पर लोगों को बनाने लायक हुई तब से लगातार दलितों की भागीदारी और दलितों का सम्मान इस स्तर का है कि जो पहले कभी नहीं हुआ. देश के सर्वाधिक और सर्वोच्च पद पर राष्ट्रपति के पद पर बीजेपी सरकार ने राष्ट्रपति दलित दिया और अभी आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू जी देश की राष्ट्रपति हैं. बीजेपी ने दलितों के सम्मान में वो काम किया है जो बहन जी ने कभी सोचा नहीं होगा.
'कोई भी हथकंडा दलितों को गुमराह नहीं कर पाएगा'
दिनेश प्रताप सिंह ने कहा जब से बीजेपी सत्ता में आई तब से दलितों की भागीदारी उनका सम्मान सुरक्षित है. बहन जी की यह चर्चा करना इनकी कौन सी राजनीति है समझ से परे है लेकिन यह सच्चाई है कि उनका अब कोई भी हथकंडा दलितों को गुमराह नहीं कर पाएगा. दलित आज की तारीख में मोदी और योगी के नेतृत्व में संरक्षित-सुरक्षित हैं और सम्मानित महसूस कर रहा है. इसलिए दलित बीजेपी के साथ है चाहे बहन जी हो या कोई भी हो दलित आज बीजेपी के साथ है.