लखनऊ. बीजेपी विधायक अलका राय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को चिट्ठी लिखी है. अलका राय ने प्रियंका गांधी पर बाहुबली मुख्तार अंसारी को बचाने का आरोप लगाया है. बतादें कि मुख्तार अंसारी पर अलका राय के पति कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप है. जब कृष्णानंद की हत्या हुई तब वे बीजेपी विधायक थे.


पिछले 18 महीनों से बाहुबली मुख्तार अंसारी पंजाब की जेल में बंद है. मुख्तार पर पंजाब के रोपड़ के एक बिल्डर को धमकी देने का आरोप है. कहा जाता है कि ये मुकदमा झूठा है. मुख्तार को यूपी से पंजाब जेल ले जाने के लिए ऐसा किया गया.


अलका राय की चिट्ठी
बीजेपी विधायक अलका राय ने अपनी चिट्ठी में लिखा, "मेरा नाम अलका राय है. मैं विधवा हूं और विगत 14 वर्षों से मैं अपने पति व लोकप्रिय विधायक रहे स्व. श्री कृष्णानंद राय जी की नृशंस हत्या के विरुद्ध इंसाफ की लड़ाई लड़ रही हूं. उस जुल्मी के खिलाफ जिसे आज आपकी पार्टी और पंजाब राज्य में आपकी सरकार खुला संरक्षण दे रही है. उत्तर प्रदेश की तमाम अदालतों से मुख्तार अंसारी को तलब किया जा रहा है. परंतु पंजाब सरकार उसे उत्तर प्रदेश भेजने को तैयार नहीं है. हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर मुझे और मुझ जैसे सैकड़ों लोगों को इंसाफ से वंचित किया जा रहा है."


"यह बेहद शर्मनाक है कि आपकी राजनीतिक पार्टी और उसके नेतृत्व की सरकार इतनी निर्लज्जता के साथ मुख्तार अंसारी जैसे दुर्दांत अपराधी के साथ खुल कर खड़ी है. कोई भी ये स्वीकार नहीं करेगा कि ये सब कुछ आपकी और राहुल जी की जानकारी के बगैर हो रहा है."
उन्होंने आगे लिखा, "मुख्तार अंसारी पेशेवर अपराधी है. उसने तमाम निर्दोषों की बेरहमी से हत्या की है. अनेक माताओं-बहनों का उसने सुहाग उजाड़ा है तो तमाम बच्चों के सिर से उसने पिता का साया छीना है. प्रत्येक पीड़ित को उस क्षण की प्रतीक्षा है, जब मुख्तार जैसे दुर्दांत अपराधी को उसके किए की कड़ी सजा मिलेगी."


अलका राय ने लिखा, "आज संपूर्ण उत्तर प्रदेश की जनता के मन में ये कौतूहल है कि मुख्तार को लेकर उठ रहे तमाम सवालों पर आखिर प्रियंका जी और राहुल जी खामोश क्यों हैं? आखिर वोटबैंक की मजबूरी में आप क्यों एक कुख्यात अपराधी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे आपके जवाब का इंतजार रहेगा. मुझे विश्वास है कि यदि आपके मन में थोड़ी भी संवेदना होगी तो आप ना सिर्फ मेरे पत्र का जवाब देंगी बल्कि मुख्तार अंसारी को सजा दिलाने में मेरी मदद भी करेंगी."


गौरतलब है कि अलका के पति कृष्णानंद राय की 15 साल पहले यानी 2005 में हत्या हो गई थी. उनके शरीर में 21 गोलियों के निशान मिले थे. बताया जाता है कि राय और उनके काफिले पर अंसारी के समर्थकों ने करीब 400 राउंड फयरिंग की थी. उस वक्त मुख्तार अंसारी जेल में थे, लेकिन हत्या का आरोप उन पर ही लगा. सीबीआई इस केस की जांच कर रही है.


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