अलीगढ़: BJP विधायक ने लगाया थाने में पिटाई का आरोप, अखिलेश यादव ने की जांच की मांग
बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी की थाने में कथित पिटाई के मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जांच कराने की मांग की है.
अलीगढ़: अलीगढ़ की इगलास सीट से भाजपा के विधायक राजकुमार सहयोगी ने एक थाने में बुधवार को पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर उनकी पिटाई किए जाने का आरोप लगाया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले की जांच की मांग की है. विधायक राजकुमार सहयोगी की थाने में पिटाई की खबर फैलते ही सैकडों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता घटना के विरोध में थाने पर जमा हो गए.
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा ''भाजपा के राज में प्रदेश का हाल ये है कि स्वयं भाजपा के ही विधायक पुलिस के द्वारा मारपीट का शिकार होने का आरोप लगा रहे हैं. इस मामले की जांच होनी चाहिए और इस सच की भी कि आखिरकार विधायक जी ने ऐसा क्या कह दिया या कर दिया कि मर्यादा की सारी सीमाएं टूट गईं.''
भाजपा के राज में प्रदेश का हाल ये है कि स्वयं भाजपा के ही विधायक पुलिस के द्वारा मारपीट का शिकार होने का आरोप लगा रहे हैं. इस मामले की जाँच होनी चाहिए और इस सच की भी कि आख़िरकार विधायक जी ने ऐसा क्या कह दिया या कर दिया कि मर्यादा की सारी सीमाएँ टूट गयीं. #NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 12, 2020
दरअसल इगलास विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सहयोगी सत्ताधारी दल से संबद्ध एक व्यक्ति के खिलाफ दायर मामले के सिलसिले में गोंडा थाने गए थे. सहयोगी का आरोप है कि जब वो थाने आए तो एसएचओ सहित तीन पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की.
विधायक ने मीडियाकर्मियों को बताया कि दो अगस्त को पार्टी के कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय की संपत्ति विवाद को लेकर सलीम नाम के व्यक्ति ने पिटाई कर दी थी. सलीम के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, इसी घटना को लेकर कुछ दिन बाद रोहित के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया और जब रोहित इसका विरोध करने गया तो थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया. सहयोगी ने कहा कि रोहित विश्व हिन्दू परिषद के सक्रिय सदस्य हैं और उनके खिलाफ बेवजह मामला दर्ज किया गया है.
फिलहाल हालात तनावपूर्ण होने पर गोंडा थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने के लिए पहुंच गए हैं. किसी पुलिस अधिकारी ने कोई बयान नहीं दिया लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मियों ने संवाददाताओं को बताया कि विधायक ने पुलिस के साथ बदसलूकी की, जिसके बाद उनका थाना प्रभारी अनुज कुमार सैनी सहित पुलिस अधिकारियों के साथ झगड़ा हो गया. सहयोगी ने इस बात से इन्कार किया कि उन्होंने थाने में किसी से बदसलूकी की है.
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