BJP के विधायक ने ही सीएम योगी के विभाग पर लगा दिए गंभीर आरोप, क्या है सनसनीखेज दावा
UP News: बीजेपी विधायक अनिल सिंह ने कहा कि अधिकारियों के क्लास 1 व क्लास-2 तथा बजट के पटल /वर्ग पर लगभग 21 वर्षों से तैनात रहना ट्रांसफर नीति तथा पटल परिवर्तन के नियमों का घोर उल्लघंन किया जा रहा है.
BJP MLA Anil Singh News: उन्नाव से बीजेपी के विधायक अनिल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अंतर्गत आने वाले पीडब्ल्यूडी (PWD) विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. इसे लेकर उन्होंने एक लेटर भी जारी किया है और विभाग के कुछ बाबुओं के उपर बेहद गंभीर सवाल उठाए हैं.
बीजेपी विधायक अनिल सिंह ने PWD के प्रमुख सचिव अजय चौहान को बेहद पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा कि आपके मुख्यालय पर तैनात बिरेन्द्र यादव, वीरेन्द्र कुमार यादव और ओम प्रकाश पटेल, प्रधान लिपिक साल 2003 से एक ही प्रकार के पटल क्रमशः व्यवस्थापन क (सहायक अभियन्ता) वर्ग तथा कोष/बजट-क वर्गों में तैनात रहकर मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेन्स नीति के अन्तर्गत चलाये जा रहे अभियान के विपरीत निम्न कारणों से लोक निर्माण विभाग में लगातार भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को लांघते चले जा रहें है. इनको निलम्बित करते हुये इनके संगे सबंधियों की भी आय से अधिक सम्पित्ति की जाँच कराने का कष्ट करें.
इसके आगे उन्होंने अपने लेटर में लिखा- अधिकारियों के क्लास 1 व क्लास-2 तथा बजट के पटल /वर्ग पर लगभग 21 वर्षों से तैनात रहना ट्रांसफर नीति तथा पटल परिवर्तन के नियमों का घोर उल्लघंन किया जा रहा है. वहीं राज्य सरकार एवं भारत सरकार की नीतियों का मुख्यरता से इन भ्रष्टाचारी बाबुओं द्वारा सरकारी सेवकों की आचरण नियमावली के विरूद्ध जाकर अपने कर्तत्वों का घोर उल्लंघन किया गया है.
इन बाबुओं द्वारा अपने चहेते अधिकारियों को मनमर्जी के अनुसार ठेकेदारों से सांठ-गांठ कराकर, मुख्यालय के अधिकारियों को मिलाकर, फील्ड में तैनाती के नाम पर ठेकेदारों से मोटी रकम अधिकारियों को पोस्ट कराकर भ्रष्टाचार कराया जा रहा है. उदाहरण स्वरूप वर्ष 2022 में अधिकारियों के ट्रांसफर देख रहें प्रमुख अभियन्ता (विकास) विभागाध्यक्ष को निलम्बित किया गया, लेकिन अधिष्ठान वर्ग में तैनात बिरेन्द्र यादव और वीरेन्द्र कुमार यादव को निलम्बित नहीं किया गया, जबकि आईएएस की जांच कमेटी में दोष सिद्ध पाये जाने पर मात्र तत्कानीन प्रमुख अभियन्ता को निलम्बित किया गया. ये दोनों आज भी इसी वर्ग में दबंगई से तैनात हैं. इन बाबुओ को बिना किसी जांच की आवश्यकता के तत्काल निलंबत किया जायेगा.
बीजेपी विधायक ने वसूली का भी लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश पटेल, प्रधान सहायक का कोष वर्ग से प्रशासनिक आधार पर स्थानान्तरण किया गया था. परन्तु दोबारा भी यह बाबू कोष वर्ग में गोरखपुर से वापस ज्वाइन किया और 19 वर्ष कोष वर्ग में तैनात रहा. अब बजट-क वर्ग में तैनात होकर कार्यकारी खण्डों से पूरे बजट का 10 प्रतिशत उच्चाधिकारियों के नाम पर खुले में वसूल कर रहा है. इसकी समयावधि में कोष वर्ग के अन्तर्गत कराये गये भुगतान व समस्त वित्तीय मामलों के लेन-देन की जांच कराई जाए.
बीजेपी विधायक ने विशेष जाँच के लिए की मांग
वहीं उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति की महिला पदाधिकारी का उत्पीडन करके बलातकार कर, उसकी हत्या करने विषयक नियमित वर्कचार्ज एसोएिशन के अध्यक्ष भारत सिंह यादव द्वारा लिखा गया है. जिसमें बिरेन्द्र यादव, शिव कुमार यादव, सुनील कुमार यादव और ओम प्रकाश पटेल कर्मचारी मुख्य की भी विशेष जाँच कराई जानी अनिवार्य है. इसके साथ ही साथ यह भी अवगत कराना है कि इन कर्मचारियों द्वारा जानबूझकर सरकार की छवि को खराब करने, सरकार विरोधी गतिविधियों संलिप्त रहने का कार्य और अपने संघीय पदों का इस्तेमाल करके विभिन्न पटलों पर बीजेपी विधायकों के पत्रों को अवरोधित करने का भी कार्य किया जा रहा है.
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