लखनऊ. संतोष कुमार शर्मा: यूपी में ब्राह्मण पॉलिटिक्स अब तेज हो चुकी है. मौजूदा दौर में विपक्षी नेताओं से शुरू हुआ ये मुद्दा अब सत्तापक्ष में भी गरमाने लगा है. मानसून सत्र से ठीक पहले सुल्तानपुर की लंभुआ सीट से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी ने ब्राह्मणों के साथ हुई घटनाओं में कार्रवाई का ब्योरा मांगा तो बवंडर खड़ा हो गया. विधायक जी को हाईकमान ने फटकार लगाई, लेकिन इसके बाद भी सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी विधायक की ब्राह्मणों के नाम पर शुरू हुई मुहिम जारी है. शनिवार को विधायक देवमणि द्विवेदी के लेटर पैड पर एक और पत्र जारी हो गया जिसे फर्जी मानकर पुलिस ने खुद ही एफआईआर दर्ज कर ली है.


ब्राह्मणों की हत्याओं पर पूछे थे सवाल
दरअसल, देवमणि द्विवेदी ने राज्य में बीते 3 सालों में हुई ब्राह्मणों की हत्याओं पर अपनी ही पार्टी से सवाल पूछ डाला था. उन्होंने विधानसभा में पूछे जाने वाले सवाल को लिखित में सदन को भेजा, जिससे बवाल खड़ा हो गया. बीजेपी विधायक ने सवाल पूछा कि बीते 3 सालों में कितने ब्राह्मणों की हत्या हुई? कितने हत्यारे पकड़े गए? कितने मामलों में सजा दिलाई जा सकी? देवमणि के सवालों पर पार्टी की खूब किरकिरी भी हुई, लिहाजा पार्टी नेताओं ने उन्हें फटकार भी लगाई.


सोशल मीडिया पर चिट्ठी वायरल
मामला कुछ शांत हुआ, लेकिन मानसून सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को एक और मामला खड़ा हो गया. देवमणि द्विवेदी के लेटर पैड पर एक और चिट्ठी वायरल हुई. इस चिट्ठी में उत्तर प्रदेश के तमाम माफियाओं के नाम और उन पर दर्ज केस का ब्योरा लिख सवाल पूछा गया था कि इन पर क्या कार्रवाई की गई? हालांकि विधायक देवमणि ने इस पत्र को फर्जी तो करार दिया, लेकिन एफआईआर विधायक की तरफ से नहीं बल्कि लखनऊ पुलिस को खुद लिखानी पड़ी. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पत्र पर हजरतगंज के चौकी इंचार्ज उत्तरी शशिकांत कनौजिया ने आईटी एक्ट समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज कराई.


विधायक ने ट्विटर पर छेड़ी मुहिम
आलाकमान की फटकार के बावजूद बीजेपी विधायक अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए ब्राह्मणों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. अपने एक ट्वीट पर पुराने लेटर को कोट करते हुए उन्होंने सवाल किया, कि ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचार पर सवाल पूछ कर क्या गलत किया है?


इतना ही नहीं जय परशुराम के नाम से बीजेपी विधायक ने ट्विटर अकाउंट पर एक मुहिम छेड़ रखी है. देवमणि द्विवेदी ने अपने ट्वीट में साफ लिखा कि ब्राह्मणों के हितों में बोलना गलत है क्या? ब्राह्मणों के साथ मैं सदैव खड़ा हूं और आगे भी खड़ा रहूंगा. बहरहाल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे बीजेपी विधायक के ट्वीट्स ने नई बहस छेड़ दी है और बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.


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