Uttarakhand Election 2022: देहरादून (Dehradun) के प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वीर गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन (Kunwar Parnav Singh Champion) की मौजूदगी में चैंपियन को सरकार में कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) बनाने की मांग की. चैंपियन के सामने ही जमकर उनकी तारीफ भी की गई. वीर गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों के अनुसार समाज ने हमेशा बीजेपी का साथ दिया है, उनके अनुसार चैंपियन को सम्मान दिया जाए जिससे पूरे समाज का सम्मान होगा. यहां ये भी कहा जा सकता है कि गुर्जर महासभा की आड़ में चैंपियन ने खुद को मंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश कर दिया है. इतना ही नहीं गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों ने चैंपियन को मंत्री नहीं बनाए जाने पर सरकार को अंजाम भुगतने की धमकी तक दे डाली है.
चैंपियन काबिल हैं लेकिन स्थान नहीं दिया जा रहा है
वीर गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों ने कहा कि बीजेपी नेताओ के कपड़े पंजाब में फाड़े जा रहे हैं लेकिन चैंपियन के कार्यक्रम में डेढ़ लाख से ज्यादा लोग थे. उनके अनुसार सचिन पायलट के बाद चैंपियन हमारे राष्ट्रीय नेता हैं. कुंवर प्रणव चैंपियन के समर्थकों ने कहा कि चैंपियन काबिल हैं लेकिन उनको स्थान नहीं दिया जा रहा है. वहीं, उन्होंने साफ कहा कि अगर चैंपियन को मंत्री नहीं बनाया गया तो ईंट से ईंट बजा दी जाएगी. खुद चैंपियन ने भी मांग करते हुए कहा कि अगर ओबीसी समाज के विधायक को मंत्री बनाया जाए तो किसान आंदोलन को थामा जा सकता है.
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सरकार और संगठन को खुली दी चुनौती
इस पूरी कवायद को उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है. खास बात ये रही कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों के बेलगाम होने पर भी कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने उन्हें नहीं टोका. कहना गलत नहीं होगा कि चैंपियन ने गुर्जर महासभा की आड़ में सरकार और संगठन को खुली चुनौती दी है. अब चुनाव करीब हैं तो ऐसे में भाजपा संगठन और सरकार के लिए चैंपियन ने असमंजस के हालात पैदा कर दिए हैं.
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