Ghaziabad News: गाजियाबाद के लोनी विधानसभा से विधायक नंद किशोर गुर्जर ने गाजियबाद पुलिस और प्रदेश के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद ये मामला गरमा गया है. उन्होंने यूपी सरकार के गृह सचिव पत्र लिखकर उनकी हत्या कराने के इरादे से सुरक्षा हटाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि वो प्रचार से दूर रहे और लोनी में बीजेपी हार जाए.
नंद किशोर गुर्जर ने गृह सचिव को लिखे पत्र में कहा कि मेरे आवास पर पुलिसकर्मियों को ये कहकर भेजा जाता था कि आप लोकेसेन के साथ अपनी फोटो पुलिस लाइन में जमा कराते हुए ये लिखकर दे कि हमें उन्होंने अपनी सुरक्षा में रखने से मना कर दिया है. ये प्रक्रिया पूरे चुनाव के दौरान अपनाई गई ताकि में चुनाव प्रचार न कर सकूं. उन्होंने कहा कि ऐसा ही षड्यंत्र मुरादनगर के विधायक के खिलाफ भी रचा गया.
पुलिस आयुक्त पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस आयुक्त द्वारा मुझसे इस पर कोई बात नहीं की. उन्होंने कहा कि कमिश्नर ने मुझे बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश और अपर मुख्य सचिव गृह के कहने पर आपकी सुरक्षा हटाई गई है. आप सीएम से मिल तो आपको सुरक्षा मिल जाएगी. इस संबंध में मैंने संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन सीएम की व्यस्तता की वजह से उनसे मिल नहीं सका.
उन्होंने चिट्ठी में पुलिस आयुक्त पर आरोप लगाया कि वो विपक्ष के साथ मिलकर उनकी हत्या का षड्यंत्र रच रहे हैं और इसके साथ अपनी गलती छुपाने के लिए अनुशासनहीनता की हद पार कर रहे हैं. जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने के लिए बयान दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आचार संहिता की आड़ में जनपद की सुरक्षा व्यवस्ता 1990 से भी ज़्यादा ध्वस्त स्थिति में पहुंच गई है. बीजेपी विधायक ने पूछा कि ऐसी कानून व्यवस्था और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच असुरक्षित माहौल में मैं यहां रहूं या किसी अन्य राज्य में शरण लेनी पड़ेगी?
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले गाजियाबाद में विधायकों की सुरक्षा में कटौती की गई थी. इस दौरान नंद किशोर गुर्जर, अजीत पाल त्यागी समेत कई अन्य नेताओं की सुरक्षा कम कर दी गई थी. पहले तो चुनाव की वजह से किसी ने कुछ नहीं किया. लेकिन, अब चुनाव संपन्न होने के साथ ही ये मुद्दा गर्माने लगा है. बीजेपी विधायक ने तो इसके लिए सीधे पुलिस को ज़िम्मेदार ठहराया है.
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