एक्सप्लोरर
Advertisement
'दंगे के नाम पर लोगों की धर पकड़, फिर पैसे लेकर छोड़ रही पुलिस'....BJP विधायक का यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप
भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस दंगे के नाम पर लोगों की धर पकड़ कर रही है और फिर पैसे लेकर उन्हें छोड़ रही है।
गाजियाबाद, एबीपी गंगा। गाजियाबाद में लोनी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नंदकिशोर गुर्जर के मुताबिक, पुलिस दंगे के नाम पर लोगों की धर पकड़ कर रही है और फिर पैसे लेकर उन्हें छोड़ रही है। इस मामले में गाजियाबाद एसएसपी ने लोनी बॉर्डर थाने के हेड कॉस्टेबल को पहले सस्पेंड किया, फिर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर उसको जेल भेज दिया है। विधायक का दावा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करने के बाद मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद पुलिस को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
विधायक नंदकिशोर के मुताबिक, 27 फरवरी को एक बीजेपी कार्यकर्ता को पुलिस ने थाने में बैठा दिया। विधायक का कहना है कि जब उन्होंने पुलिस से इस बारे में जानकारी की, तो पुलिस ने कहा कि ये युवक सीएए को लेकर अफवाह फैला रहा था। उन्होंने बताया कि जब पार्टी कार्यकर्ता को धाने में लाए जाने के मामले का पता चला, तो उन्होंने पुलिस थाने में फोन किया और इस दौरान पुलिसवाले उनको गुमराह करते रहे। फिर पैसे लेकर उस युवक को छोड़ दिया गया।
विधायक के मुताबिक, उन्होंने इस बात की शिकायत उत्तर प्रदेश के आला अधिकारियों से की, तो फिर उसी युवक और उसके पिता को 151 में जेल भेज दिया गया। विधायक के मुताबिक, उन्होंने गाजियाबाद पुलिस के इस कारनामे की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की। विधायक का दावा है कि उसके बाद मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई और उसके बाद गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र में तैनात हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर मुकदमा दर्ज किया गया। अब करणपाल को जेल भेज दिया गया है । विधायक के मुताबिक, थाने में किसी को लाना छोड़ना और जेल भेजना बिना थाना प्रभारी के संभव नहीं है, ऐसे में थाना प्रभारी के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
एक हेड कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी के बाद लगता है कि विधायक के आरोपो में दम है। शायद यही कारण है कि अपनी फ़ज़ीहत छुपाने के लिए पुलिस ने अपने लब सिल लिए है। वहीं, एबीपी गंगा ने लगातार गाजियाबाद पुलिस से इस संबंध में उनका वर्जन जानने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हालांकि देर रात एसएसपी के पीआरओ ने सभी पत्रकारों को एक छोटा सा प्रेस नोट भेजकर घटना के बारे में बताया।
यह भी पढ़ें:
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
इंडिया
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
Opinion