UP News: उत्तर प्रदेश में जल्द ही उपचुनाव होना है, जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार प्रसार में जुटी हुई है. वहीं नेता एक दूसरे पर जुबानी हमला किए जा रहे हैं. सरोजनी नगर विधायक राजेश्वर सिंह ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि जातिवाद की राजनीति लोकतंत्र के मस्तक पर सबसे बड़ा कलंक है. भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की राह में जाति सबसे बड़ी बाधा है. जातिवाद की राजनीति समाज में वैमनस्यता और विभाजन के बीज बोती है.
उन्होंने यह भी कहा कि जातिवाद की जकड़न में कहराते लोकतंत्र को देखकर हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की आत्मा व्यथित हो जाती होगी. जातिवाद अशिक्षित नेताओं की स्वकेंद्रित राजनीति का सबसे बड़ा हथियार है. जातिवाद की राजनीति एक जहर है.
'जात देखकर उसकी जान ली'
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं. इस एनकाउंटर में मंगेश की मौत हो गई. जिस पर सपा अध्यक्ष ने निशाना साधते हुए इसे नकली एनकाउंटर बताया. उन्होंने कहा कि क्योंकि डकैती में शामिल लोगों को सत्ता पक्ष से संबंध इसलिए उसका नकली एनकाउंटर हुआ और जात देखकर उसकी जान ले ली.
सपा अध्यक्ष ने यह भी कहा था कि सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले मुख्य आरोपी से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गयी और जात देखकर जान ली गयी.
भूपेंद्र चौधरी ने भी उठाया था सवाल
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया और कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता में अपराध और अपराधी में जातीय भेदभाव को देखकर काम नहीं होता, सरकार विधि सम्मत कार्रवाई करती है. जाति सपा के लोग देखते हैं. समाज में टकराव उन्हें पैदा करना है. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा बेहतर क़ानून के राज की है. ये जातिवादी लोग है.
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