PM मोदी ने की जल संरक्षण की अपील, तो BJP MLA बोले- बंद किए जाएं उत्तराखंड के सभी वाटर पार्क
ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौड़ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मांग की है कि राज्य के सभी वाटर पार्क को बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने मन की बात में जल संरक्षण की बात कही थी, जिसपर हमें विचार करना चाहिए। साथ ही उन्होंने वाटर पार्क बंद ना किए जाने पर जन आंदोलन की चेतावनी दी है।
हरिद्वार, एबीपी गंगा। आज देश में कई गांव ऐसे भी हैं, जहां पर पानी की इतनी किल्लत है कि लोगों को बूंद- बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने देश में पानी की समस्या को लेकर जल संरक्षण की बात कही थी। प्रधानमंत्री की पानी की समस्या को लेकर 'मन की बात' के बाद हरिद्वार ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मांग की है कि उत्तराखंड में जितने भी वाटर पार्क हैं उन्हें बंद किया है।
BJP विधायक ने वाटर पार्क के खिलाफ खोला मोर्चा
विधायक सुरेश राठौर ने कहा कि उत्तराखंड के वाटर पार्क, जिसमें लाखों लीटर पानी रोज बर्बाद किया जाता है और कई मेगावाट बिजली का उपयोग भी होता है। इस वजह से किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली और पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जल संरक्षण को लेकर की गई अपील को लेकर राज्य के सभी वाटर पार्क को बंद करने का कदम उठाना चाहिए। इतना ही नहीं, उन्होंने वाटर पार्क बंद ना किए जाने पर जन आंदोलन की चेतावनी दी है।
हरिद्वार में वाटर पार्क की जरूरत क्या: विधायक
इसको लेकर ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौड़ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इन सभी वाटर पार्क को जल्द बंद करने की मांग की है। उनका कहना है कि 30 जून को 'मन की बात' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण करने की बात कही थी, मगर हरिद्वार बहादराबाद में बने क्रिस्टल वर्ल्ड में लाखों लीटर पानी बहाया जाता है, जो किसानों को मिलना चाहिए और लोगों को पीने के लिए मिलना चाहिए। उसका संरक्षण नहीं हो पा रहा है और इससे जो प्रदूषण हो रहा है, उससे लोग भी बीमार हो रहे हैं। इन वॉटर पार्क में किसी भी सरकारी संस्थान का रजिस्ट्रेशन नहीं है, ना ही सरकार की कोई अनुमति है और ना ही पर्यटन विभाग ने कोई इन्हें अनुमति दी हुई है। ऐसे वाटर पार्क को बंद कर देना चाहिए, जिससे पानी की संरक्षण हो सके, क्योंकि हरिद्वार एक धर्म नगरी है और यहां लोग दर्शन करने आते हैं। यहां मां गंगा बह रही हैं, लोग उसमें आस्था की डुबकी लगाते हैं, तो फिर इन वोटर पार्कों की जरूरत ही क्या है।
वाटर पार्क मालिकों के बीच मचा हड़कंप
विधायक द्वारा मुख्यमंत्री से वाटर पार्क को बंद किए जाने की मांग के बाद वाटर पार्क मालिकों में भी हड़कंप मच गया है। हरिद्वार क्रिस्टल वर्ल्ड वाटर पार्क के मालिक ज्ञानेश कुमार का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जल संरक्षण को लेकर जो मुहिम है, यह बहुत अच्छी पहल है। वाटर पार्क भी जल संरक्षण नीति के तहत ही लगाए गए हैं। जितना भी पानी होता है, हम इस पानी को रि-साइकिल करते हैं। हमारे यहां इसको लेकर प्लांट भी लगाए गए हैं। पानी को रि-साइकिल करके इसी पानी का दोबारा उपयोग किया जाता है। पानी संरक्षण को लेकर सभी मानकों का ख्याल रखते हैं। विधायक जी ने पानी संरक्षण को लेकर अगर कोई बात उठाई है और अगर सरकार कोई नीति बनाती है, तो हम उसका भी पालन करेंगे। वहीं, पर्यटन विभाग में रजिस्ट्रेशन ना होने के सवाल पर ज्ञानेश कुमार का कहना है जब वाटर पार्क लगा था, तब ऐसी कोई रजिस्ट्रेशन की बात नहीं थी और इसकी उन्हें कोई जानकारी भी नहीं है कि पर्यटन विभाग में रजिस्ट्रेशन करना जरूरी होता है।
देश के 21 बड़े शहर जल संकट से जूझ रहे
गौरतलब है देश के बड़े शहरों में पानी की गंभीर समस्या पैदा हो गई है। जिस कारण लोगों को बूंद-बूंद पीने के पानी के लिए तरसना पड़ा रहा है। नीति आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 21 बड़े शहरों में अगले साल तक ग्राउंड वाटर लगभग खत्म हो जाएगा। जिस कारण इन शहरों के लोगों को पानी के लिए दूसरे शहरों पर निर्भर होना पड़ जाएगा। जल संकट की इस घड़ी में पीएम मोदी ने भी मन की बात कार्यक्रम के जरिए लोगों से जल संरक्षण नीति अपनाने की अपील की थी।