UP Politics: उत्तर प्रदेश बीजेपी नेताओं में अधिकारियों की अनदेखी के चलते नाराजगी बढ़ती जा रही है. अब सीतापुर से मिश्रिख लोकसभा सीट से सांसद अशोक कुमार रावत ने भी सीतापुर जिला प्रशासन के अधिकारियों पर उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उनके जनपद में राज्यपाल महोदया का कार्यक्रम था लेकिन अधिकारियों ने उन्हें इसकी सूचना सही समय पर नहीं दी. यहीं नहीं उन्होंने चिट्ठी लिखकर राज्यपाल से डीएफओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बीजेपी सांसद अशोक कुमार रावत ने इस संबंध में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को चिट्ठी लिखकर आरोपी अधिकारी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की और उस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने राज्यपाल को लिखा कि- 'मैं मिश्रिख लोकसभा से चौथी बार का सांसद हूं. 20 जुलाई को जनपद सीतापुर में पर्यावरण संरक्षण हेतु वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'एक पेड़ मां के नाम' में आपका जनपद सीतापुर में आगमन हुआ था. लेकिन, वन अधिकारी द्वारा उन्हें समय पर जानकारी नहीं दी गई.
बीजेपी सांसद ने की कार्रवाई की मांग
बीजेपी सांसद ने कहा कि कार्यक्रम 20 जुलाई की सुबह था और उन्होंने एक दिन पहले 19 जुलाई को रात दस बजे राज्यपाल महोदया के कार्यक्रम की जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने सही समय पर सूचना नहीं दी जिसकी वजह से वो राज्यपाल महोदया के स्वागत के लिए नहीं आ सके और न ही कार्यक्रम में शामिल हो सके.
अशोक रावत ने कहा कि उनका पहले से ही एक कार्यक्रम निर्धारित था, जिसकी वजह से वो उनके कार्यक्रम में नहीं आ सके. उन्होंने कहा कि वन अधिकारी के इस आचरण से उन्हें दुख हुआ है. यही नहीं उन्होंने इस मामले को लेकर डीएफओ के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग भी की है.
बीजेपी में पिछले कुछ समय में कई ऐसा नेता सामने आ चुके है जो अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगा चुके हैं. उनका कहना है कि अधिकारी बीजेपी नेताओं की बात नहीं सुनते हैं और मनमानी करते हैं. यही नहीं यूपी में बीजेपी की हार के पीछे इसे भी एक बड़ा कारण बताया गया है. जिसकी वजह से बीजेपी का कार्यकर्ता निराश रहे और चुनाव में उन्होंने उदासीनता दिखाई और कई सीटों पर बीजेपी की हार हुई.
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