Wrestler Protest News: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के परिवार के सदस्य पात्रता के बावजूद महासंघ के आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे. विश्वस्त सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, चार उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष, दो संयुक्त सचिव और पांच कार्यकारी सदस्यों के लिए छह जुलाई को चुनाव होंगे.


खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विरोध कर रहे पहलवानों को आश्वासन दिया था कि न तो बृजभूषण के परिवार के सदस्यों और न ही उसके सहयोगियों को चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाएगी, जिसके बाद उन्होंने 15 जून तक अपना विरोध रोक दिया था. बृजभूषण का बेटा करण भूषण उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ का प्रमुख है जबकि उसका दामाद आदित्य प्रताप सिंह बिहार इकाई का प्रमुख है.


NEET-UG Result 2023: नीट-यूजी परीक्षा का रिजल्ट घोषित, सबसे ज्यादा UP के छात्र हुए पास, 1.39 लाख परीक्षार्थियों को मिली सफलता


बेटे और दामाद नहीं करेंगे नामांकन
बृजभूषण के परिवार के एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘‘उन्होंने चर्चा की और फैसला किया कि न तो उनका बेटा करण और न ही उनका दामाद आदित्य डब्ल्यूएफआई चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करेंगे.’’ सूत्र ने कहा, ‘‘मौजूदा परिस्थितियों में ऐसा कुछ करना उचित नहीं है जिससे विवाद और बढ़े.’’ हालांकि करण और आदित्य दोनों चुनाव में भाग लेंगे और अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. बृजभूषण पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित देश के शीर्ष पहलवानों ने यौन उत्पीड़न और धमकी देने का आरोप लगाया है.


दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की हैं और जल्द ही इस मामले में आरोप पत्र दायर करने की संभावना है. गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह 2011 से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे हैं. अगर नियम के तौर पर देखा जाए तो को भी एक व्यक्ति तीन बार से ज्यादा भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष नहीं हो सकता है. ऐसे में अब बीजेपी सांसद का भी तीसरा कार्यकाल खत्म हो गया है. जिसके बाद माना जा रहा था कि परिवार का कोई सदस्य कुश्ती महासंघन का चुनाव लड़ सकता है.