(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP News: 'भारतीय कुश्ती पर लगा ग्रहण दूर हो गया', बृजभूषण शरण सिंह बोले- देश के पहलवान जिंदाबाद
Brij Bhushan Sharan Singh News: बीजेपी सांसद और WFI के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हम भारत सरकार और खेल मंत्रालय को कुश्ती संघ का चुनाव निष्पक्ष कराने के लिए बधाई देते हैं.
Ayodhya News: अयोध्या पहुंचे बीजेपी के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने रोड़ शो किया. इस दौरान बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि जिस तरीके से भारतीय कुश्ती को ग्यारह महीने पहले ग्रहण लगा था वह ग्रहण हनुमान जी की कृपा से दूर हो गया है. देश के पहलवान जिंदाबाद, देश के पहलवान नेताजी के साथ हैं और हरियाणा के पहलवान नेताजी के साथ है, भारत माता की जय.
इसके साथ ही बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हम भारत सरकार और खेल मंत्रालय को कुश्ती संघ का चुनाव निष्पक्ष कराने के लिए बधाई देते हैं. यह जीत देश के पहलवानों और जूनियर पहलवानों की जीत है. यह जीत कुश्ती के भविष्य की जीत है. मैं देश के पहलवानों और हरियाणा, महाराष्ट्र के पहलवानों को जिंदाबाद कहता हूं, यह जीत उनकी है.
#WATCH | Ayodhya, Uttar Pradesh: Former WFI chief Brij Bhushan Sharan Singh says, "The wrestlers of the country and Haryana are with me..." pic.twitter.com/DVpGNP7uEC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 23, 2023
अयोध्या पहुंचे WFI के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने अपने करीबी सहयोगी और WFI के नए अध्यक्ष संजय सिंह के साथ अयोध्या में हनुमान गढ़ी का दौरा किया और पूजा-अर्चना की. बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष पद पर आसान जीत दर्ज की है. वहीं कुश्ती संघ के चुनाव के नतीजों को लेकर प्रदर्शनकारी पहलवान काफी निराश हैं. इतना ही नहीं
वहीं ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने का फैसला किया है. वहीं ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष चुने जाने के विरोध में पद्म श्री पुरस्कार लौटाने का फैसला किया. वह अपना पद्मश्री पुरस्कार फुटपाथ पर रखकर चले गए.
वहीं पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने और बजरंग पुनिया के पद्मश्री पुरस्कार लौटाने पर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा की यह उनका निजी फैसला है. इसके अलावा उन्होंने प्रियंका गांधी की मुलाकात को लेकर कहा उनसे मिलीं यह उनका फैसला है. अब आने वाले समय पर वह राजनीति करते हैं या कुश्ती करते हैं यह उनका फैसला है. पहलवानो का जो प्रदर्शन था उसकी जड़ में कांग्रेस पार्टी थी, उनको खालिस्तानियों का समर्थन था और कुछ किसान संगठनों का भी समर्थन था. अब तो यह साफ हो गया कि उनका आंदोलन खिलाड़ियों का तो नहीं था.