UP Politics: BJP सांसद का गंभीर आरोप, पूछे ये 15 सवाल, कानपुर देहात DM की मुश्किलें बढ़ना तय!
Kanpur News: बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने चिट्ठी लिखकर जिला प्रशासन से कानपुर देहात महोत्सव के आयोजन में खर्च हुई लागत का ब्योरा मांगा है. जिसके बाद इस आयोजन को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
Kanpur Dehat: कानपुर में 6 फरवरी से 12 फरवरी तक कानपुर देहात महोत्सव और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit) के आयोजन के आयोजन को लेकर सवाल उठने लगे हैं अकबरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी विधायक देवेंद्र सिंह भोले (Devendra Singh Bhole) ने जिला प्रशासन को 15 सवालों से संबंधित एक पत्र जारी किया है, जिसमें आयोजन में खर्च हुई लागत का ब्योरा जिला प्रशासन ने मांगा गया है. सांसद की इस चिट्ठी के बाद अब इस आयोजन को लेकर कई तरह से सवाल उठने लगे हैं.
कानपुर देहात महोत्सव और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के इस आयोजन में जनपद के तमाम प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की थी. इसके जरिए सरकार की योजनाओं और प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को भी जनता और निवेशकों से साझा किया गया था. लेकिन बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने जिस तरह से जिला प्रशासन से आयोजन के खर्च का ब्योरा मांगा है उससे नौकरशाही में हलचल मच गई है.
जानें- क्या है पूरा मामला?
दरअसल कानपुर देहात में शासन के निर्देशानुसार 6 फरवरी 2023 को इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया था और 7 फरवरी 2023 से 12 फरवरी 2023 तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जिला प्रशासन ने किया था जिसको लेकर अनुमति, खर्च और जनप्रतिनिधियों से परामर्श के साथ-साथ इन्वेस्टर समिट के दौरान शासन से भेजी गई राशि को किन किन मुद्दों पर खर्च किया गया है उसका भी ब्योरा जिला प्रशासन से सांसद ने मांगा है. सांसद की ओर से पत्र से साफ जाहिर हो रहा है की देवेंद्र सिंह भोले सरकार के निर्देश से आयोजित आयोजनों से खुश नहीं है या फिर उन्हे जिला प्रशासन की महोत्सव के आयोजन प्रक्रिया पर संदेह है.
इस मामले पर जब एबीपी गंगा ने कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन से बात की तो उन्होंने कहा कि कानपुर महोत्सव का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया था. इससे आम जनमानस भी लाभान्वित हुए और सांक्रतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ तमाम सरकारी योजनाओं को भी जनता के बीच पहुंचाया गया. सबसे बड़ी बात ये है की इस महोत्सव में प्रदेश के कई बड़े मंत्रियों ने भी शिरकत की थी. हालांकि देवेंद्र सिंह भोले जी व्यस्तता के चलते यहां नहीं पहुंचे थे.
जो वो जिला प्रशासन से जानना चाहते थे उसी संबंध में जिला प्रशासन को उनकी तरफ से पत्र भेज गया था. पत्र में पूछी गई जानकारी का परीक्षण कर संसद जी को जानकारी समय पर उपलब्ध करा दी जाएगी.
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