Mainpuri By-election 2022: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने एक बार फिर परिवारवाद के मुद्दे को उछाला है. उन्होंने कहा कि सपा परिवारवादी पार्टी है इनको मैनपुरी, बदायूं, आजमगढ़ और फिरोजाबाद मे परिवार के अतिरिक्त कोई और सपा कार्यकर्ता चुनाव लड़ने को क्यों नहीं मिलता? उन्होंने कहा परिवारवादी पार्टियों से जनता अब ऊब चुकी है. इस बार बीजेपी मैनपुरी लोकसभा का उपचुनाव प्रचंड बहुमत से जीतेगी.


हरनाथ सिंह ने कहा कि आम तौर पर हम मैनपुरी लोकसभा सीट 3.4, 4 लाख मतों से हारते थे. परन्तु पिछली बार के चुनाव में मेरे मैनपुरी के प्रभारी रहने के दौरान जब मुलायम सिंह यादव खुद चुनाव लड़ रहे थे तब सबके साथ काम करके हमने सपा की इस जीत को 94 हजार वोटों तक समेट दिया था. उन्होंने कहा मैनपुरी संसदीय क्षेत्र की जसवंत नगर विधानसभा से 2014 में सपा को 178000 वोट और बीजेपी को मात्र 25 हजार वोट मिले थे. सपा 153000 मतों से ये विधान सभा सीट जीटी थी. 2019 मे सपा नीचे गिरकर 1,11000 मतों पर आ गई और हम 25 हजार से बढ़कर 78 हजार पर पहुंच गए. पीएम मोदी और सीएम योगी ने गरीब, किसान, मजदूर, छोटे छोटे कर्मचारियों, व्यापारियों के हित मे काम किए हैं. उसके कारण से अब यहां का वातावरण अलग तरह का है. लोग ये महसूस कर रहे हैं कि बीजेपी ही हमारी समस्याओं का समाधान कर सकती है. इसी आधार पर यहां बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीतेगी.


बीजेपी जातीय समीकरणों के आधार पर प्रत्याशी का चुनाव नहीं करती-  हरनाथ सिंह
हरनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी जातीय समीकरणों के आधार पर प्रत्याशी का चुनाव नहीं करती. हमारे सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वाश के मूल मन्त्र ने जातीय, सांप्रदायिक बंदिशों और बैरियरों को तोड़ दिया है. उन्होंने कहा जैसे आजमगढ़, रामपुर का गढ़ तोड़ दिया. उसी प्रकार से मैनपुरी का गढ़ तोड़कर बीजेपी इतिहास रचने जा रही है. शिवपाल और अखिलेश यादव के बीच बढ़ रहीं दूरियों से बीजेपी को फायदा मिलने वाले सवाल पर उन्होंने कहा कि कहीं पर भी दरारें होंगी तो दरारें नुकसान तो पहुंचाती हैं. मैनपुरी के चुनाव में हमारे काम बोलेंगे और उनके कारनामे बोलेंगे.


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