UP Politics: एटा में निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव (Harnath Singh Yadav) का बड़ा बयान सामने आया है. शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के सपा आने पर ही राम राज्य आने वाले बयान पर उन्होंने कटाक्ष किया है. सांसद ने कहा कि जब व्यक्ति संकट में होता है तो राम ही याद आते हैं. अब उनको भी राम याद आ रहे हैं, जिन्होंने कभी राम भक्तों पर गोली चलवाई थी. उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा काशी राम की मूर्ति का अनावरण कर अनसूचित जाति कार्ड खेलने पर सपा पर भी हमला बोला. कहा कि वोट की खातिर सपा अनसूचित जाति प्रेम का दिखावा कर रही है. ये वहीं सपा है, जिसने मायावती पर हमला कर गेस्ट हाउस कांड (Guest House Kand) करवाया था.


सांसद ने किया यह दावा 
सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि निकाय चुनाव में बीजेपी भारी बहुमत से जीत दर्ज करेंगी और अन्य सभी पार्टियों का सफाया हो जाएगा. उन्होंने बीजेपी के द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों के सम्मेलन आयोजित करने पर कहा कि आज तक मुसलमानों को आरएसएस और बीजेपी का हौव्वा दिखाकर भयभीत किया गया. लेकिन, बीजेपी ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में मुसलमानों के साथ कोई मतभेद नहीं किया.


'योगी सरकार में आया परिवर्तन'
राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि विगत 9 सालों में बीजेपी की सरकार ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का चित्र, चरित्र, चाल, चेहरा, तस्वीर और तकदीर बदलने का कार्य पूरी प्रमाणिकता और पूरे समर्पण के साथ किया है. उत्तर प्रदेश का जन—जन इस चीज को महसूस करता है कि बीजेपी के लोग ही परिवर्तन ला सकते हैं. निकाय चुनाव में हमारी पहले से ही पूरी तैयारी है. हम भारी संख्या में जीतकर आएंगे.


'यूपी में सपा का कोई भविष्य नहीं'
सांसद ने सपा नेता शिवपाल यादव के रामराज लाने वाले बयान पर कहा कि जब आदमी संकट में होता है, तब उसे भगवान राम ही याद आते हैं. वही हाल समाजवादी पार्टी का है. सपा का जनाधार पूरी तरह खिसक चुका है. सपा के व्यवहार और कर्मों को प्रदेश की जनता ने बहुत अच्छी तरह से देखा है. सपा में जब भी थोड़ी बहुत ताकत में आती है तो गुंडागर्दी और अपराध करने में नंबर एक पर रहती है. उसका अब उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई भविष्य नहीं है. भगवान राम आज उन्हें याद आ रहे हैं. वह समय भूल गए जब उन्होंने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं और उन्हें मौत के घाट उतार दिया था. सपा चुनाव की मौसमी पार्टी है. ये सतत रूप से कभी भी जनता के बीच नहीं रही. क्या वह अनसूचित जातिों को बेवकूफ समझते हैं? क्या उनको ये स्मरण नहीं है कि मायावती के ऊपर घातक हमले किए थे. अभी भी जो गेस्ट हाउस कांड है, वह लोगों के दिलों में ताज़ा है. ये अनसूचित जाति हितैषी कब से हो गए, ये तो अनसूचित जाति विरोधी रहे हैं.


'मुसलमानों को किया गया गुमराह'
राज्यसभा सांसद ने इस बात से इंकार किया कि निकाय चुनाव आगामी लोकसभा चुनावों का सेमीफाइनल है. कहा कि लोकसभा चुनावों की तैयारी इसमें अपने आप समाहित है. आजादी से लेकर आज तक कांग्रेस और क्षेत्रिय दलों ने सिर्फ ठगने का काम किया है. संघ और बीजेपी का हौव्वा दिखाकर मुसलमानों को गुमराह करने का काम किया है. मुसलमानों को अब समझ में आ रहा है कि कांग्रेस और सपा जैसे क्षेत्रीय दल हैं. उन्होंने उनकी भावनाओं का दोहन करने की कोशिश की है. 


'बीजेपी से जुड़ रहे मुसलमान'
सांसद ने कहा कि तमाम स्थानों पर मुस्लिम समाज हमारे साथ जुड़ रहा है. नौ साल में सरकार की योजनाओं के लाभ में किसी भी प्रकार का कोई विभेद नहीं किया गया है. सरकार ने कोरोना काल में गरीब तबके के मुसलमानों की मदद की. इसलिए मुसलमान भी अब समझने लगे हैं कि हमारे हितों का कोई यादि ईमानदारी संरक्षण करने को तैयार है, तो वो बीजेपी है. 11अप्रैल को बीजेपी महात्मा फुले की जयंती पर सामाजिक न्याय सम्मलेन करने जा रही है. वे बहुत बड़े समाज सुधारक थे. सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ कम किया. उन्होंने बालिका शिक्षा के लिये भी काम किया था.


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