UP News: 'गाय, भैंस, बकरी की गणना हो सकती है तो जातिगत जनगणना क्यों नहीं', बीजेपी सांसद ने पीएम मोदी से की मांग
Bihar Caste Survey: बिहार सरकार ने बीते सोमवार को जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी किए हैं. बीजेपी के ज्यादातर नेताओं ने इसकी आलोचना करते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा है.
Caste Census News: बिहार में जाति गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद सियासत चरम पर है. उन्नाव पहुंचे बीजेपी के सांसद मुकेश राजपूत ने जाति गणना का समर्थन किया है. मुकेश राजपूत ने बुधवार (4 अक्टूबर) को कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश के अंदर पिछड़े समाज की जनसंख्या कम से कम 55% से ऊपर है. मेरा यह व्यक्तिगत मानना है कि इसकी जनगणना होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सब जाति की जनगणना होनी चाहिए. क्योंकि जब देश के अंदर गाय, भैंस, बकरी, शेर और ऊंट कितने हैं उनकी गणना होती है तो जाति की भी गणना होनी चाहिए. मैं तो चाहता हूं कि देश के प्रधानमंत्री और भारत सरकार को जाति की जनगणना करनी चाहिए. फर्रुखाबाद से बीजेपी के सांसद मुकेश राजपूत उन्नाव में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे.
बीजेपी सांसद ने क्या कुछ कहा?
इस दौरान जब उनसे पिछड़े समाज की जनसंख्या और बिहार में गणना की रिपोर्ट जारी होने पर सवाल किया गया तो उन्होंने जाति जनगणना होने का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि जब देश के अंदर हमारे यहां कितनी गाय हैं, कितनी भैंस हैं, कितनी बकरी है, कितने हमारे पास शेर हैं, कितने हमारे पास ऊंट हैं, उनकी गणना है तो जाति की भी गणना होनी चाहिए. केंद्र सरकार ने नहीं किया है उस पर ज्यादा हम कुछ नहीं कहेंगे. मैं तो चाहता हूं केंद्र सरकार को जाति जनगणना करनी चाहिए.
बिहार में जाति सर्वेक्षण के आंकड़े जारी
बता दें कि, बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले सोमवार को अपने बहुप्रतीक्षित जाति सर्वेक्षण के निष्कर्ष जारी किए. जिसमें पता चला कि ओबीसी और ईबीसी राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत हिस्सा हैं.
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