लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से धर्मांतरण का मुद्दा गूंज रहा है. एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए मोहम्मद उमर गौतम व काजी जहांगीर कासमी द्वारा एक हजार से भी ज्यादा लोगों के धर्मांतरण कराने के कबूलनामे के बाद मुद्दे का राजनीतीकरण हो गया है. अब सत्ता पक्ष व विपक्ष जमकर बयानबाजी कर रहा है.


हिन्दू सुरक्षित नहीं- बीजेपी सांसद


मेरठ से बीजेपी सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने दावा किया कि ''मेरठ में आज भी जहां मुस्लिम बाहुल्य हैं वहां हिन्दू असहज है और वक़्त है कि मुस्लिम नेताओं को सामने आकर अपने समाज के लोगों को समझाना होगा. मुस्लिमो को भी हिंदुओ के रीति रिवाजों पर खलल नहीं डालना चाहिए जहां वो बहुलता से हैं.'' इसके साथ ही मेरठ सांसद ने उत्तर प्रदेश में सामने आये धर्मांतरण के मामले की गहन जांच की मांग की हैं. उन्होंने कहा कि ''पहले पश्चिमी यूपी में इस तरह के मामले सामने आते थे आज यूपी के कई हिस्सों से ऐसी खबरें आती हैं.''


बीजेपी का चुनावी एजेंडा- अफजाल अंसारी


वहीं दूसरी तरफ गाजीपुर से बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि ''अब चुनाव नजदीक है. ऐसे में ये बीजेपी का एजेंडा है क्योंकि बीजेपी ने प्रदेश में कोई काम किया नहीं. लिहाजा अब ऐसे ही मुद्दे जनता के सामने लाये जाएंगे जिससे कि भ्रम पैदा हो और बीजेपी सरकार बना ले. लेकिन जनता जागरूक है अब वो भ्रम में नहीं आने वाली.''


धर्मांतरण कराने वालों पर लगेगा रासुका


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में सामने आए धर्मांतरण पर कड़ी जांच के आदेश दिए है और दोषियों पर रासुका लगाने की बात कही हैं. गौरतलब है कि यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के तार पाकिस्तानी एजेंसी ISI व अन्य देशों से भी मिले हैं. जिसके बाद कई राज्यों की पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है क्योंकि यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों के तार विदेशों के साथ देश के कई अन्य राज्यो में भी हैं.


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