Sakshi Maharaj Filed Case: बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj)ने थाना नॉलेज पार्क स्थित एक शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष के खिलाफ दो करोड़ रुपये नहीं लौटाने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस मामले को लेकर थाने में मामला दर्ज कराया है. इसकी जानकारी ने दी है. पुलिस के अनुसार सांसद साक्षी महाराज का आरोप है कि थाना नॉलेज पार्क स्थित प्रिंस इंस्टीट्यूट आफ इन्नोवेटिव टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष डॉक्टर भरत सिंह ने हरियाणा के सोनीपत में विश्वविद्यालय खोलने के लिए उनसे पांच करोड़ रुपये लिये थे.


पुलिस के अनुसार सांसद साक्षी महाराज का आरोप है कि सिंह ने इसमें से लगभग तीन करोड़ रुपये चेक और नगद आदि माध्यम से वापस किये, जबकि बाकी रुपये और ब्याज नहीं लौटाये.  पुलिस के अनुसार नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने एक मामला दर्ज करके उसकी जांच शुरू कर दी है.


बीजेपी सांसद साक्षी महाराज थाना में दर्ज कराई रिपोर्ट 


थाना नॉलेज पार्क के प्रभारी निरीक्षक विपिन कुमार ने बताया कि वृंदावन के साक्षी धाम संत कॉलोनी निवासी स्वामी साक्षी महाराज ने थाना नॉलेज पार्क में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 31 अगस्त 2017 को विश्वविद्यालय खोलने के लिए डॉक्टर भरत सिंह ने एक साल के लिए पांच करोड़ रुपये उनसे लिए थे. कुमार ने बताया कि शिकायत में सांसद ने बताया कि उनसे रुपये ब्याज सहित लौटने का वादा किया गया था. कुमार ने शिकायत के हवाले से बताया कि इनमें से दो करोड़ रुपये साक्षी महाराज ने अन्य व्यक्तियों से ब्याज पर उधार लेकर दिए थे, रुपये मांगने पर डॉक्टर भरत सिंह लगातार टाल मटोल करते रहे.


उन्होंने बताया कि 29 अगस्त 2020 को साक्षी महाराज ने डॉक्टर भरत सिंह के परिवार को बुलाकर रुपये मांगे, तब 31 दिसंबर 2020 तक रुपये वापस करने का वादा किया गया लेकिन इसके बाद भी रुपये वापस नहीं लौटाए गये. उन्होंने बताया कि इसके चलते साक्षी महाराज ने इस मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की. पुलिस आयुक्त के आदेश पर घटना की रिपोर्ट थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने दर्ज की है.


वहीं इस मामले में डॉक्टर भरत सिंह का कहना है कि साक्षी महाराज से उनकी कई वर्षों पुरानी पहचान है. उन्होंने कहा कि वह उनके रुपये लौटाने में सफल नहीं हो पाए हैं. उन्होंने कहा कि आज वह साक्षी महाराज से इस मामले में बातचीत करेंगे.


ये भी पढ़ें: UP Politics: 'एमपी-एमएलए मांगते हैं कमीशन, सपा सरकार में तो...', बीजेपी पर आरोप लगाते हुए क्या बोले शिवपाल यादव?