Swami Prasad Maurya News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) पिछले दिनों उस वक्त सुर्खियों में आ गए थे, जब ओबीसी सम्मेलन के दौरान एक शख्स ने उन पर जूता फेंक दिया. हालांकि इस घटना के बाद आरोपी युवक को उनके समर्थकों ने वहीं पकड़ लिया और जमकर धुलाई कर दी. इस घटना पर उनकी बेटी और बदायूं से बीजेपी (BJP) सांसद संघमित्रा मौर्य की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने इस घटना को राजनीतिक स्टंट बताया और कई पुरानी घटनाओं तक का जिक्र कर दिया.
संघमित्रा मौर्य ने कहा कि इस तरह की घटनाएं राजनीतिक स्टंट होती है. एक जनप्रतिनिधि होने के नाते हमें लगा है कि इस हद तक गिरना गलता है. उन्होंने कहा कि किसी पर जूता फेंकना, स्याही फेंकना लोग इसका राजनीतिक स्टंट के रूप में इस्तेमाल करते हैं. ताकि वो ऐसा करके फेमस हो और खुद को स्थापित कर सकेंगे. मैं इस तरह की घटनाओं का विरोध करती हूं. ये कोई नई घटना नहीं है. इस तरह की हरकतें पहले भी होती रही हैं.
संघमित्रा ने याद दिलाई ये घटनाएं
संघमित्रा मौर्य ने इससे पहले हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि साल 2008 में भी बुश के ऊपर जूता फेंका गया और उसके बाद जूता फेंकने वाला जैदी हीरो बना था और चुनाव लड़ा. 2009 में तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम के ऊपर जूता फेंका गया. वो फेमस हुए, चुनाव लड़े और विधायक बन गए. यही नहीं उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी का भी जिक्र किया और कहा कि हमारी पार्टी के भीष्म पितामह कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी के साथ भी ऐसी घटना हो गई थी, इससे कोई अछूता नही हैं. ऐसे बड़े लोगों को इसलिए चुना जाता है ताकि वो खुद को चमका सकें.
दरअसल सोमवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर उस वक्त जूता फेंका गया था जब वो ओबीसी सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे. हालांकि ये जूता उन्हें नहीं लगा था. आरोपी युवक वकील की ड्रेस में आया था, जिसके बाद मौर्य के समर्थकों ने उसे पकड़ लिया और उसकी बुरी तरह पिटाई कर डाली थी.