(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP News: 'हिंदुस्तान' शब्द पर BJP सांसद सत्यपाल सिंह ने कही बड़ी बात, 'किसी साहित्य में नहीं जिक्र'
Baghpat News: बागपत में एक कार्यक्रम में पहुंचे सांसद सत्यपाल सिंह ने हिंदू और हिंदुस्तान जबकि वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बड़ी बात कही है.
Satpal Singh Visits Baghpat: बागपत (Baghpat) के सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह (Satyapal Singh) ने गुरुवार को कहा कि जो भारत की धरती पर पैदा हुआ वह हिंदू है. उन्होंने यह बात जौहड़ी गांव में आयोजित सांसद निशानेबाजी प्रतियोगिता (Shooting Championship) के इतर पत्रकारों से बातचीत में कही. सत्यपाल सिंह ने कहा कि किसी भी संस्कृति और साहित्य के अंदर ना हिंदुस्तान लिखा गया ना हिंदू कहा गया. बहुत बाद में हमने हिंदू शब्द स्वीकार किया. इसके बारे में बहुत कहानी है उसमें ज्यादा जाने की जरूरत नहीं है. हम लोग आर्य हैं. ऋषियों की संतान हैं. अभी हम लोग मानते हैं कि जो भारत की धरती पर पैदा हुआ वह हिंदू है. मजहब उसका कुछ भी हो जो इसको अपनी मातृभूमि मानता है वह सब हिंदू है.
वहीं, प्रयागराज एनकाउंटर के बारे में पूछे जाने पर सत्यपाल सिंह ने कहा, 'मुझे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन योगी जी के शासन में उत्तर प्रदेश के अंदर जिस प्रकार से कानून-व्यवस्था का पालन हो रहा है. मुझे लगता है वहां ठीक इन्वेस्टीगेशन चल रहा है.' प्रतियोगिता में बीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी पहुंचे. उन्होंने बढ़ती जनसंख्या के मुद्दे पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, 'मैं समझता हूं कि जनसंख्या बढ़ रही है उसका केवल एक कारण नहीं है. घुसपैठ और धर्मांतरण भी कारण है. किसी एक मजहब के लोगों में जल्दी शादी होती है ये भी कारण था.अधिक बच्चे होना भी समाज के लिए बड़ा खतरा है.'
जनसंख्या पर जल्द नीति लाएगी सरकार- आलोक कुमार
आलोक कुमार ने कहा, 'सरकार ने घुसपैठ रोकी है. हमको संतोष है. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश ने अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाया है. वह प्रभावी भी हुआ है. जनसंख्या के बारे में भी सरकार जल्द नीति लाएगी. जिन मजहबों में जनसंख्या वृद्धि की दर हद से ज्यादा है. वे भी अपनी दर कम करें. इसके प्रयास होने चाहिए. इसका क़ानून भी होना चाहिए. मुसलमानों में ये कोई छुपी हुई बात नहीं है. नेशनल फैमिली सर्वे की रिपोर्ट है. हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई इसमें जनसंख्या वृद्धि की दर कम हुई है. मुसलमानों में बाकी सबसे ज्यादा है. इसके कारण जनसंख्या का असंतुलन हो रहा है. इसको ठीक करना जरूरी है.'
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