Ramcharitmanas Controversy: कन्नौज (Kannauj) लोकसभा सीट से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर दिए गए बयान पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की जिन चौपाईयों का विरोध किया है वो आखिर किस उद्देश्य से कर रहे हैं, जब वो भाजपा (BJP) में थे तब तो रोज रामचरित मानस का पाठ पढ़ते थे और राम-राम जपते थे. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में जाते ही उन्हें इसमें बुराई क्यों नजर आ रही है. 


बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव ने मंदिरों में जाना शुरू कर दिया है. मंदिरों में जाएंगे तो उनका विशेष वोट प्रभावित होगा. अपने विशेष वोट को नुकसान न हो इसलिए स्वामी प्रसाद मौर्य से ये टिप्पणी कराई है. स्वामी प्रसाद जैसे लोग जाति का सहारा लेकर राजनीति करते है. ऐसे लोगों का अब समाज में कोई स्थान रहा नहीं. अखिलेश यादव के आदेश पर स्वामी प्रसाद मौर्या ने रामचरित मानस पर बैन लगाने की मांग की है. अखिलेश यादव टोपी नहीं लगाते रोजा इफ्तार नहीं करते, मस्जिदों में जाकर चादर नहीं चढ़ाते है, अब वो मंदिर जाते हैं.


अखिलेश यादव के आदेश पर दिया बयान


सुब्रत पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव मंदिर जाते हैं इससे उनका विशेष वोट प्रभावित न हो इसलिए राम को गाली देना महत्वपूर्ण है. समाजवादी पार्टी की विचारधारा ही रामद्रोही है. सांसद ने कहा कि कुरान और बाइबिल का अपमान करने वालों को जो दंड मिलता है आने वाले समय में वो दंड कहीं हिन्दू समाज के द्वारा न शुरू हो जाए.


मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान देने पर सवाल उठाने वाले बीजेपी के मंत्री जयवीर सिंह के बयान पर जब बीजेपी सांसद से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये अपनी-अपनी बात है. सम्मान किन कारणों के चलते दिया गया है ये सरकार जाने, लेकिन मुलायम सिंह यादव ने रामभक्तों की हत्या कराई थी.


ये भी पढ़ें- Char Dham Yatra 2023: चार धाम यात्रा की तारीखों का हुआ एलान, जानें- कब खुलेंगे केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम के कपाट?