Varun Gandhi News: यूपी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी अक्सर अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से उनके सुर कुछ बदले-बदले नजर आ रहे हैं. अब उन्होंने बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी और ट्वीट करना बंद कर दिया है. कयास लगाए जा रहे हैं सुल्तानपुर से सांसद मां मेनका गांधी के बीजेपी को लेकर दिए गए बयान के बाद पीलीभीत लोकसभा सीट को लेकर चल रही अटकलें साफ हो गई है. जिसकी बानगी वरुण गांधी के दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर पर दिखने लगी है. जिनमें अब फिर से बीजेपी के वरिष्ठ नेता दिखने लगे हैं.
दूसरी तरफ पीलीभीत से भाजपा नेताओं का वरुण गांधी की ओर पॉजिटिव कनेक्शन भी अब 2024 की ओर इशारा कर रहा है. ये बात वरुण गांधी ने अपने दौरे के समय जनसंवाद कार्यक्रमों में भी साफ कर दी है. पीलीभीत के बीजेपी शीर्ष नेतृत्व की माने तो 40 सालों से पीलीभीत में राजनीति करने वाले गांधी परिवार से मेनका और वरुण गांधी इसे अपनी परिवार की कर्मभूमि मानते हैं. वहीं मेनका गांधी ने भी पिछले दिनों कहा था कि वो बीजेपी में हो हमेशा बीजेपी में ही रहेंगी.
जानिए क्या कहते हैं राजनीति जानकार
राजनीति जानकारों के मुताबिक पिछले 40 सालों से मेनका-वरुण गांधी ने बीजेपी के प्रधान से लेकर जिला पंचायत सदस्य भाजपा संगठन के जिला अध्यक्ष लेकर विधायक को के पदों तक नेताओ का नेतृत्व किया है, फिर चाहे वर्तमान जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह हो या फिर पूरनपुर और बरखेड़ा से विधायक स्वामी प्रवक्ता नन्द और बाबूराम पासवान की हो सब विधायक कवि वरुण गांधी मेनका गांधी के नेतृत्व में कार्य किया करते थे. वहीं ये भी साफ हो गया है कि 2024 के चुनाव में वरुण गांधी पीलीभीत से ही चुनाव लड़ेंगे. यहीं नहीं बीजेपी भी अपनी दोनों जीती हुई सीटों पर दांव क्यों खेलना चाहेगी ये भी बड़ा सवाल है.
बीजेपी नेता प्रदीप सिंह लल्लन का मानना है कि गांधी परिवार ने जनता के बीच ईमानदारी से काम किया है, फिर चाहे कोरोना के समय जनता के लिए निशुल्क रसोई से लेकर, आक्सीजन सिलेंडर व शिक्षा क्षेत्र में परिषदीय स्कूलों में निशुल्क फर्नीचर उपलब्ध कराने सहित करोडों की लागत के खिलाड़ियों को स्टेडियम देने सहित तमाम सड़कों के निर्माण कार्य से ही पीलीभीत की जनता खुश है. बीजेपी वरुण और मेनका का टिकट नहीं काटेगी. लल्लन ने कहा कि बीजेपी निश्चित तौर पर उन्हें टिकट देगी.
भाजपा का शीर्ष नेतृत्व की कमान संभालने वाले जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने कहा, हर तरह से लोकसभा सीट को लेकर 1520 बूथों पर सशक्तीकरण को लेकर कार्य किया जा रहा है, यदि पार्टी नेतृत्व जो फैसला देकर जिसे टिकट देंगे उसको संगठन चुनाव लड़ाने का काम करेगा. अभी वरुण गांधी पार्टी से बाहर नहीं है. बीते दिनों मेनका गांधी के बयान और भाजपाइयों की बयान बाजी से साफ है कि वरुण-मेनका गांधी 2024 में बीजेपी में रहकर ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
आखिर क्यों बदले वरुण गांधी के सुर
वरुण गांधी को लेकर बीजेपी के पॉजिटिव जुड़ाव से 24 के चुनाव को लेकर अटकलें साफ हो गई हैं. बीते दिनों वरुण गांधी ने अपने जन संवाद कार्यक्रम में भी कहा था कि जब मैं पहली बार यहां आया था, तो 4-5 साल का था. अब मैं 45 साल का हूं. पहली बार अपनी मां के साथ जब आया था, तब 18 साल का था, मैं कहीं जाऊं तो मैं कहता हूं मेरे रगों में पीलीभीत दौड़ता है जब तक मेरी माँ और मैं हूं आपकी आवाज उठाने के लिए हूं. मैंने अपना नंबर इसीलिए दिया कि आपको बाकी नेताओ से मांगना पड़ेगा, लेकिन आप मुझसे हक से मांगे.
एक तरफ जहां पिछले कई दिनों से वरुण गांधी के बीजेपी के प्रति सुर बदले हैं तो वहीं दूसरी तरफ काफी समय से कोई ट्वीट भी नहीं आया है. इससे साफ है कि वरुण और बीजेपी के बीच की फांस खत्म हो गई है. ऐसे में 2024 के लिए रास्ता साफ होता नजर आ रहा है.
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