Watch: 'बाबा कल मुख्यमंत्री बन गए तो मेरा क्या होगा..?', मंच पर ही वरुण गांधी ने कह डाली ये बात
UP News: पीलीभीत पहुंचे बीजेपी सांसद वरुण गांधी का बयान इस समय फिर चर्चा में है. इस दौरान अपनी ही सरकार पर एक बार फिर से जमकर हमला किया और कहा कि पीलीभीत मेरा परिवार है और मेरी पहचान आप लोगों से है.
Varun Gandhi News: पीलीभीत से बीजेपी (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने एक बार फिर से ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद वो सुर्खियों में आ गए हैं. अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे वरुण गांधी एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, इसी बीच मंच पर मौजूद एक बाबा का फोन बज गया. बीच में फोन की आवाज सुनकर वरुण गांधी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि "फोन मत काटिएगा, पता नहीं कब महाराज मुख्यमंत्री बन जाए, तो फिर हमारा क्या होगा. समय की गति को समझा करो, मुझे लगता है समय अच्छा आ रहा है."
वरुण गांधी ने इस दौरान अपनी ही सरकार पर एक बार फिर से जमकर हमला किया और कहा कि पीलीभीत मेरा परिवार है और मेरी पहचान आप लोगों से है. ये बहुत पवित्र संगम है इसीलिए मैं आप सबसे एक निवेदन करता हूं आप किसी के लिए भी वोट करना, लेकिन भेड़ चाल में वोट मत करिएगा. दिमाग लगाकर करना ये नहीं कि कोई वोट मांगने आया और भारत माता की जय या जय श्री राम बोलकर वोट लेकर चला गया. मैं चाहता हूं आप लोगों की गिनती देश के निर्माण में हो ना कि आप लोग एक श्रृंखला बनाकर रह जाएं. पीलीभीत 35 सालों से मेनका-वरुण गांधी का चुनाव क्षेत्र नहीं बल्कि मेरा परिवार, कर्म क्षेत्र रहा है.
वरुण गांधी ने बीजेपी सरकार पर साधा निशाना
वरुण गांधी ने कहा हम आपके लिए जनप्रतिनिधि नहीं, ना ही हम आपके लिए नेता हैं हम आपके परिवार हैं. हम आपकी पहचान हैं. जब भी मैं विदेश जाता हूं तो लोग मुझसे पूछते हैं कि आपका पीलीभीत कैसा है, जैसे इलाहाबाद नदियों का संगम है वैसे ही पीलीभीत के लोगों से मेरा पुराना पारिवारिक रिश्ते का संगम है. मुझे आप लोगों पर गौरव है. गांधी परिवार पीलीभीत से अलग है ये मानने को मैं तैयार नहीं हूं. वरुण गांधी ने देश में दो हिंदुस्तान होने की बात को कहते हुए कहा कि अगर कोई बड़ा आदमी लोन लेकर जाता है और दे नहीं पाता तो उसे मूल ब्याज ही देने को कह दिया जाता है लेकिन आम इंसान लोन ले तो उसके घर की कुर्की की जाती है, बेइज्जती की जाती है.
इस दौरान एक बेहद दिलचस्प वाकया हुआ जब सभा के दौरान मंच पर खड़े एक साधू का फोन बज गया. इस पर वो फोन को काटने की कोशिश करने लगे, तभी वरुण गांधी ने उन्हें टोक दिया और कहा कि महाराज जी, देख लीजिए क्या फर्क पड़ता है. हो सकता है कि कुछ जरूरी हो. उन्होंने कहा, देखो ऐसा मत करो कल जाकर ये मुख्यमंत्री बन जाएंगे को फिर हमारा क्या होगा? समय की गति को समझा करो.. महाराज जी मुझे लगता है समय अच्छा आ रहा है.