UP Politics: पूर्वांचल को लेकर BJP सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का बड़ा दावा, बताया सपा क्यों जीती कई सीटें
UP Politics: बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि कृषि, राज्य और केंद्र का विषय है. एमएसपी तय करने के लिए केरल से कश्मीर और गुजरात से असम तक राज्यों से भी बात करने होती है.
Ballia News: यूपी के बलिया (Ballia) से बीजेपी सांसद (BJP MP) और बीजेपी किसान मोर्चा (BJP Kisan Morcha) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, वीरेन्द्र सिंह मस्त (Virendra Singh Mast) ने एमएसपी (MSP) को लेकर बीकेयू (BKU) के अनिश्चितकालीन धरने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने जितना किया है, उतना किसी ने नहीं किया है. इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि 27 फरवरी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे का भूमि पूजन चितबड़ागांव में करेंगे.
वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि नितिन गडकरी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे का भूमिपूजन करने आएंगे. इस कार्यक्रम के संयोजक यूपी सरकार के पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी होंगे. उन्होंने कहा कि बक्सर से भरौली तक गंगा नदी पर पुल बनाकर उसे नेशनल हाईवे से जोड़ने का काम प्रगति पर है. नितिन गडकरी जिस दिन आएंगे उस दिन इसका भी उद्घाटल हो जाएगा, वहीं गाजीपुर से हाजीपुर तक NH- 31 के 3 मीटर चौड़ीकरण का उद्घाटन भी होगा.
वीरेन्द्र सिंह मस्त से जब पत्रकारों ने सवाल किया कि पूर्वांचल में सपा ने जीत हासिल की है तो क्या सपा को घेरने के लिए बीजेपी विकास के रास्ते पर चलेगी, तो इसके जवाब में बीजेपी सांसद ने कहा कि चुनाव जीतना और विकास होना दो अलग चीजें है. चुनाव जीतने हारने में कई परिस्थितियां काम करती हैं. विकास नहीं हुआ था इस कारण सपा नहीं जीती है, परिस्थितियों के कारण सपा जीती है.
राकेश टिकैत पर किया पलटवार
बीजेपी सांसद ने एमएसपी को लेकर राकेश टिकैत द्वारा धरना प्रदर्शन के सवाल पर कहा कि कृषि, राज्य और केंद्र का विषय है. एमएसपी तय करने के लिए केरल से कश्मीर और गुजरात से असम तक राज्यों से भी बात करने होती है. मेरी समझ से लाभकारी कीमत देने के लिए जो कीमत भारत सरकार द्वारा तय की गई हैं, एमएसपी तय करने वाले लोग जरूर इस पर विचार करेंगे. भारत सरकार ने किसानों समृद्ध करने के लिए कृषि क्षेत्र में पहली बार 20 लाख करोड़ बिना ब्याज का देने का एलान किया है. मैं 1991 से संसद में हूं इसलिए इस बात को कह सकता हूं कि कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को शक्तिशाली बनाने के लिए जो पहल हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने की है वैसी पहल अभी तक किसी सरकार ने नहीं की.