नई दिल्ली, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव का आखिरी चरण बचा है और ऐसे में राजनीतिक घमासान जारी है। कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा पर बुधवार को उनकी तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इस पीसी में शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी पर कई आरोप लगाए। शाह ने कहा कि 6 चरण के चुनाव हो चुके हैं बंगाल को छोड़कर और कहीं भी हिंसा नहीं हुई। हिंसा का आरोप टीएमसी बीजेपी पर लगा रही है, लेकिन हिंसा सिर्फ बंगाल में हो रही है, बीजेपी पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। कल रोड शो से तीन घंटे पहले प्रधानमंत्री और मेरे पोस्टर फाड़े गए। बीजेपी कार्यकर्ताओं को उकसाया गया, लेकिन वो शांत रहे। पूरी मामले में पुलिस मूकदर्शक बनी रही। रोड शो में करीब दो लाख लोग आए थे। शाह ने आगे कहा कि रोड शो के दौरान तीन बार हमले किए गए, हम पर केरोसिन बम फेंके गए और आगजनी भी की गई।


'टीएमसी के गुंडों ने तोड़ी विद्यासागर की प्रतिमा'
सुबह से पूरे कोलकाता में चर्चा थी कि यूनिवर्सिटी के अंदर से आकर कुछ लोग दंगा करेंगे। पुलिस ने कोई जांच नहीं की और न ही किसी को गिरफ्तार करने की कोशिश की गयी। जहां ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा रखी है वो जगह कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक हो चुका था, फिर किसने कमरे खोले। ताला भी नहीं टूटा है, फिर चाबी किसके पास थी। कॉलेज में टीएमसी का कब्जा है।



'चुनाव आयोग बना मूक पर्यवेक्षक'
शाह ने चुनाव आयोग आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूरे मामले में चुनाव आयोग मूक पर्यवेक्षक बना हुआ है, चुनाव आयोग तुरंत हस्तक्षेप करे, बंगाल में हिस्ट्री शीटरों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? इसी प्रकार चुनाव कराना है तो बंगाल में तो चुनाव आयोग पर सवाल उठेंगे।


'बंगाल में करेंगे क्लीन स्वीप'
अमित शाह ने आगे कहा 'ममता बनर्जी ने दो दिन पहले ही बदला लेने की धमकी दी थी। ममता यदि सोचती हैं कि हिंसा का कीचड़ फैलाकर जीत जाएंगी, आप मुझसे उम्र में बड़ी ज्यादा हो, लेकिन अनुभव मुझे ज्यादा है। हिंसा का कीचड़ जितना फैलाओगी, कमल खिलेगा।' शाह ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में हम क्लीन स्वीप करेंगे। बीजेपी को 23 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।


'सीआरपीएफ ने बचाई मेरी जान'
शाह ने यह भी कहा कि मुझ पर एफआईआर दर्ज की गई है। ममता दीदी आपकी एफआईआर से हम भाजपा वाले नहीं डरते। हमारे 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान आपके गुंडों ने ले ली है फिर भी हमने अपना अभियान नहीं रोका है। अगर आप ये संदेश देना चाहती हैं कि मुझ पर एफआईआर करके भाजपा के कार्यकर्ता डर जाएंगे, मैं आपको सुनिश्चित करता हूं कि भाजपा का कार्यकर्ता और वहां की जनता सातवें चरण में और भी ज्यादा आक्रोश के साथ आपके खिलाफ मतदान करने जा रहे हैं। मैं इतना कहना चाहता हूं कि अगर सीआरपीएफ न होती तो मेरा वहां से बच निकलना बहुत मुश्किल था, सौभाग्य से ही मैं बचकर आया हूं। हमारे बहुत कार्यकर्ता मारे गए हैं, मुझ पर हमला होना भी स्वाभाविक था, इससे ये तय हो गया है कि टीएमसी किसी भी हद तक जा सकती है।