UP Politics: बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) को अपना उत्तराधिकारी घोषित करने पर बीजेपी (BJP) की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. बीजेपी नेता राकेश त्रिपाठी (Rakesh Tikait) ने बसपा सुप्रीमो (BSP) के इस कदम को परिवारवादी बताया और कहा कि उत्तराधिकार तो राजवंशों और मुगलिया काल में होता था. राजनीतिक दलों में पार्टी अध्यक्ष लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुने जाते हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि, "उत्तराधिकार परिवार में होता है राजनीतिक दल में नहीं होता है. राजनीतिक दल जनता से बनते हैं, कार्यकर्ताओं से बनते हैं. पार्टी का अध्यक्ष लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुना जाता है किसी उत्तराधिकार से नहीं. ये राजवंशों में होता था. मुगलिया सल्तनत में होता था, लेकिन बहुजन समाज पार्टी जो मान्यवर कांशीराम ने मिशन के रूप में शुरू की थी वो अब कमीशन में बदल गई और अब पूरी तरह से परिवारवाद में डूब गई है."
मुगलिया सल्तनत से की तुलना
राकेश त्रिपाठी ने आगे कहा कि, "आज इसी वजह से ही बसपा की हालत लगातार कमजोर होती जा रही है. पार्टी के जो संस्थापक सदस्य थे वो सब एक-एक करके पार्टी को छोड़कर चले गए और आज बसपा ने जिस तरह से उत्तराधिकार तय करने का काम करना है उससे साफ है कि बसपा पूरी तरह से साफ होने वाली है."
आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किए जाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई हैं. जिसमें उन्होंने मायावती के फैसले पर खुशी जताई, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद की नए नेतृत्व में बसपा बीजेपी से दूरी बनाकर रखेगी.
आपको बता दें बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को लखनऊ में हुई पार्टी की बैठक में आकाश आनंद को पार्टी का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. आकाश आनंद ने पिछले काफी समय से पार्टी में एक्टिव हैं. हालांकि अभी तक कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं. उन्हें ऐसे समय में जिम्मेदारी दी गई है जब लोकसभा चुनाव सामने हैं. ऐसे में उन्हें संगठन को मजबूत कर एक बार फिर से बेहतर नतीजों की उम्मीद पर खरा उतरना होगा.