Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार अभियान तेज हो गया है. हर राजनीतिक दल वोटर्स को रिझाने में कोई कसर छोड़ने को तैयार नहीं है. लेकिन पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के तीन दिन बाद भी दोनों ही एनडीए और इंडिया गठबंधन का एक ही जैसा हाल नजर आता है. राज्य में दोनों गठबंधन अभी तक कई सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं तय कर पाए हैं.
दरअसल, बीजेपी ने राज्य में अपने कोटे की 75 सीटों में से 73 सीटों पर उम्मीदवार के नाम का ऐलान काफी पहले कर दिया था. लेकिन पार्टी अभी तक राज्य में दो सीटों पर अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है. कांग्रेस के गढ़ रायबरेली और बृज भूषण शरण सिंह के गढ़ कैसरगंज में उम्मीदवार तय करने में पार्टी को गंभीर मंथन करना पड़ रहा है. इन दोनों सीटों पर उम्मीदवार के ऐलान में हो रही देरी के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
कांग्रेस और सपा भी कर रही देरी
बीजेपी की तरह ही कांग्रेस के लिए भी अपने ही गढ़ में अपना उम्मीदवार तय करना मुश्किल हो रहा है. कांग्रेस को राज्य में इंडिया गठबंधन के तहत 17 सीट मिली थी. पार्टी ने 15 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान पहले ही कर दिया था. लेकिन गांधी परिवार के गढ़ अमेठी और रायबरेली में अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. इन दोनों ही सीटों पर उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं हो पाया है.
कांग्रेस और बीजेपी की तरह समाजवादी पार्टी भी फैसला लेने में देरी करती नजर आ रही है. सपा इस बार इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है. इस गठबंधन के तहत राज्य में सपा 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इन 62 में से 59 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान सपा ने पहले ही कर दिया था. लेकिन अभी तक सपा ने फतेहपुर, कैसरगंज और रॉबर्ट्सगंज में अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है.
बता दें कि अब दूसरे चरण के लिए राज्य में 26 अप्रैल को वोटिंग होने वाली है. संभावना जताई जा रही है कि दूसरे चरण की वोटिंग के बाद बचे हुए उम्मीदवार के नाम का ऐलान बीजेपी, सपा और कांग्रेस कर सकती है. लेकिन इस देरी के कारण कयासों को दौर और लंबा होते जा रहा है.