लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश में होने वाले राज्यसभा चुनावों के लिए गुरुवार को नामांकन का आखिरी दिन था। इन दो सीटों पर बीजेपी के संजय सेठ और सुरेंद्र नागर ने आज अपना पर्चा भरा। गौरतलब है कि ये दोनों सीटें इन्हीं दोनों सासंदों के राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली हुईं थीं। हाल ही में समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर बीजेपी में आने वाले संजय सेठ और सुरेंद्र नागर का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है क्योंकि इन दोनों सीटों के लिए विपक्ष की और से कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरा है।
कुछ समय पहले जब समाजवादी पार्टी से इन दोनों सासंदों ने इस्तीफा दिया तो उन्होंने अपनी राज्यसभा की सदस्यता भी छोड़ दी। इस्तीफे से राज्यसभा की दोनों सीटें खाली हो गई थीं और इन चुनावों के लिए बीजेपी ने संजय सेठ और सुरेंद्र नागर पर ही दांव लगाया।
हालांकि, एक वक्त था जब समाजवादी पार्टी बिल्डर संजय सेठ को विधानपरिषद भेज रही थी तब बीजेपी ने इसका विरोध किया था और उस वक्त के राज्यपाल राम नाईक ने तो दो बार संजय सेठ के नाम पर आपत्ति जताई थी। तब समाजवादी पार्टी ने संजय सेठ को विधानपरिषद की जगह राज्यसभा भेज दिया था।
इसे लेकर जब संजय सेठ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी ने विरोध नहीं किया था। राज्यपाल के कुछ इश्यू रहे होंगे। वहीं, इस सवाल पर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कहना था कि कभी इनका विरोध नहीं किया गया। वहीं, सुरेंद्र नागर का कहना है कि धारा 370 पर बीजेपी का जो रुख रहा उस वजह से उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की है।