UP News: उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में बीजेपी (BJP) ने कांग्रेस (Congress) का गढ़ रहे अमेठी (Amethi) लोकसभा क्षेत्र में जीत दर्ज की थी. तब यहां बीजेपी उम्मीदवार और मंत्री स्मृ‍ति ईरानी (Smriti Irani) ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को उनके घर में करारी मात दी थी. वहीं अब बीजेपी ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को घेरने की रणनीति पर काम करने शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि बीजेपी अमेठी के बाद अब 'मिशन रायबरेली' (Raebareli) पर काम कर रही है. 


रायबरेली को जितने के लिए बीजेपी कई मोर्चे पर काम कर रही है. रायबरेली लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा सीट आती है. इन पांच विधानसभा सीटों में रायबरेली, बछरावां, हरचंदपुर, सरेनी और ऊंचाहार सीट शामिल है. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में रायबरेली की दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई थी. लेकिन अब दोनों ही विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. यानि देखा जाए तो कांग्रेस के क्षेत्रीय नेताओं में भी बीजेपी ने सेंधमारी शुरू कर दी है. 


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जीत के अंतर में आई है कमी
बीजेपी ने राकेश सिंह और आदिति सिंह को चुनाव से बीते विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल करा लिया. आदिति सिंह इस बार रायबरेली सदर से विधायक बनी हैं. बीजेपी ने 2018 में कांग्रेस के वफादार सिपाही दिनेश प्रताप सिंह को भी साथ जोड़ लिया है. जिन्हें 2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ चेहरा बनाया गया. हालांकि तब दिनेश प्रताप सिंह चुनाव हार गए थे. लेकिन इस दौरान सोनिया गांधी और उनके जीत का अंतर काफी हुआ था. 


दिनेश प्रताप सिंह तब एक लाख 67 हजार मतों से चुनाव हार गए. लेकिन ये जीत 2014 के मुकाबले सोनिया गांधी के लिए काफी छोटी थी. 2014 में सोनिया गांधी ने अपनी इस सीट पर तीन लाख 52 हजार मतों से जीत हासिल की थी. अब बीजेपी ने दिनेश सिंह को राज्य सरकार में मंत्री भी बना दिया है. माना जा रहा है कि पार्टी ने मंत्री रहते हुए उन्हें क्षेत्र में एक्टिव होकर काम करने की जिम्मेदारी दी है.


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