Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा और उन पर ‘सनातन धर्म’ को अपमानित करने और राम मंदिर की प्रतिष्ठा के विपरीत संदर्भ देने का आरोप लगाया.
भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक)के उदयनिधि स्टालिन और आम आदमी पार्टी (आप)के अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं की विभिन्न पुरानी टिप्पणियां पोस्ट कीं और लोगों से इन ‘अधर्मियों’ की पहचान करने को कहा.
राम मंदिर को बदनाम करने का आरोप लगाया
सत्तारूढ़ दल ने पोस्ट में कहा कि कांग्रेस नेताओं ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था. साथ ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और उनके बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर वोट बैंक के लिए राम मंदिर को बदनाम करने का भी आरोप लगाया.
भाजपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा कि राम मंदिर के निर्माण से पहले ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और केजरीवाल जैसे नेताओं ने अपने बयान में सवाल उठाया और मजाक उड़ाया था. अब वे ढकोसला कर रहे हैं.
पार्टी ने कहा कि वे राम से ‘नफरत’ करते हैं और उन्होंने राम मंदिर का विरोध किया एवं ‘सनातन धर्म’ का अपमान किया. भाजपा लंबे समय से अपने विरोधियों को हिंदू विरोधी के तौर पर पेश कर रही है जबकि विपक्षी नेता सत्तारूढ़ पार्टी पर धर्म का इस्तेमाल राजनीति में करने और सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने का आरोप लगा रहे हैं.
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए प्रमुख विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा गया था लेकिन अधिकतर ने अयोध्या नहीं जाने का फैसला किया है. इस घटनाक्रम का संदर्भ देते हुए भाजपा ने कहा कि यह हिंदुओं की भावना के प्रति असम्मान का एक और उदाहरण है.
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल पर आरोप लगाया है कि उसने प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यक्रम बना दिया है.