UP Assembly Election: पिछले विधानसभा चुनाव में हारी सीटों पर बाजी जीतने की कोशिश में बीजेपी
UP Election 2022: बीजेपी उन सीटों पर जीत दर्ज करने की कोशिश में है जहां पिछले विधानसभा चुनाव में हार हुई थी. बीजेपी इसके लिए खास प्लान पर काम कर रही है.
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश भाजपा (BJP) उन सीटों पर अतिरिक्त कोशिश कर रही है, जहां 2017 के विधानसभा चुनावों में पार्टी हार गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने आगे बढ़कर मतदाताओं तक पहुंचने के लिए इन निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करना शुरू कर दिया है. पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री सहित पार्टी नेतृत्व ने उन सीटों पर विशेष ध्यान देने का फैसला किया है जो पार्टी पिछले विधानसभा चुनावों में हार गई थी. उन्होंने कहा, "2017 के विधानसभा चुनावों में हम लगभग 80 सीटें हार गए थे और हम अगले साल होने वाले राज्य चुनावों में इन सीटों को जीतने के लिए काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष सिंह भविष्य में इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे."
अपनी यात्रा के दौरान, योगी आदित्यनाथ और स्वतंत्र सिंह लोगों से बातचीत करेंगे और उन्हें केंद्र और राज्य में बीजेपी सरकार के कार्यो के बारे में बताएंगे. बीजेपी के प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने उन विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करना शुरू कर दिया है, जहां वे पिछले चुनावों में हार गए थे. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष सिंह केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई कई विकास और कल्याणकारी पहलों के बारे में लोगों को समझाने के लिए सार्वजनिक रैलियां या बैठकें करेंगे। इस तरह का पहला कार्यक्रम कुशीनगर में आयोजित किया गया."
पार्टी को लगता है कि इन सीटों में से कई मामूली अंतर से हार गईं और थोड़े अतिरिक्त प्रयासों से इस बार जीती जा सकती है. पार्टी के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा, "आदित्यनाथ और सिंह के इन विधानसभा क्षेत्रों के दौरे के बाद पार्टी कार्यकर्ता नियमित अंतराल पर मतदाताओं से संपर्क करेंगे." भाजपा की राज्य इकाई के नेताओं का दावा है कि इन सीटों को जीतने से न केवल विधानसभा में पार्टी की संख्या बढ़ती है, बल्कि मौजूदा सीटों के संभावित नुकसान को भी संतुलित किया जाता है.
पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा, "उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और इन सीटों को जीतकर हम अगले विधानसभा चुनावों में अपनी संख्या बढ़ाएंगे. इन निर्वाचन क्षेत्रों में विकास को देखकर लोगों ने महसूस किया है कि भाजपा का विधायक रहने से विकास की गति तेज होगी."
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