Swami Prasad Maurya Reactions on One Nation One Election: 'वन नेशन, वन इलेक्शन' के मुद्दे पर देश में नई बहस छिड़ गई है. केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं का चुनाव एकसाथ कराए जाने की संभावना तलाशने के लिए कमेटी का गठन किया है. मोदी सरकार के अप्रत्याशित फैसले पर जबरदस्त प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी वन नेशन, वन इलेक्शन मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है.
'वन नेशन, वन इलेक्शन' पर क्या बोले स्वामी प्रसाद मौर्य?
वन नेशन, वन इलेक्शन मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि संविधान सभा में बहुत विद्वान लोग शामिल थे. लंबे मंथन और आम सहमित के बाद संविधान सभा ने संविधान को अंतिम रूप दिया. अब तक, संविधान के मुताबिक हर चुनाव कराए जाते थे. ऐसे में संवैधानिक परंपरा को बदलने की जरूरत क्या है. लोकसभा के साथ राज्यों की विधानसभाओं का चुनाव कराने पर उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार भी भंग हो जाएगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पांच वर्षों के लिए चुना जाता है.
'लोकतंत्र खत्म कर बीजेपी अराजकता पैदा करना चाहती है'
एक साल या दो साल में आप कैसे हटा सकते हैं. कार्यकाल के बीच विधानसभा भंग होने की सूरत में क्या हम दोबारा चुनाव कराने के लिए पांच वर्षों का इंतजार करेंगे. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र को खत्म कर अराजकता पैदा करना चाहती है. उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन पर गठित कमेटी संक्षिप्त समय में कोई फैसला नहीं ले सकती. सपा नेता ने कहा कि बीजेपी नेता संसद का विशेष सत्र बुलाकर खुद की पीथ थपथपाना चाहते हैं. बता दें कि नरेंद्र मोदी ने संसद का 18 से 22 सितंबर तक विशेष सत्र बुलाया है. मोदी सरकार के फैसले पर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है.