(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Muzaffarnagar News: बीकेयू नेता राकेश टिकैत का 10 फरवरी को महापंचायत का एलान, इन मुद्दों पर होगी चर्चा
UP News: बीकेयू नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बताया कि गन्ना भुगतान, गन्ने का रेट, बिजली गलत बिलिंग,अवैध मुकदमें, आवारा पशु,10 साल पुराने वाहन यह सारे मुद्दे हैं.
Muzaffarnagar Maha Panchayat: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन का पिछले 1 हफ्ते से लगातार धरना जारी है. जिसके चलते शुक्रवार को धरना स्थल पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 10 फरवरी को धरना स्थल पर महापंचायत करने का ऐलान किया है.
बताया जा रहा है कि इस महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के लीडर जहां हिस्सा लेंगे तो वही इस महापंचायत में आसपास के जनपद से ही किसान पहुंचेंगे, लेकिन हरियाणा और पंजाब का किसान इस महापंचायत में हिस्सा नहीं लेगा, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने बताया कि 10 फरवरी को एक पंचायत यहां पर है. गन्ना भुगतान, गन्ने का रेट, बिजली गलत बिलिंग, अवैध मुकदमें, आवारा पशु, 10 साल पुराने वाहन यह सारे मुद्दे हैं. बजट पर कुछ नहीं हुआ है, इस पर हम पंचायत करेंगे, बड़ी संख्या में पंचायत में किसान आएंगे और लोकल जिलों के ही किसान रहेंगे.
'हरियाणा-पंजाब के किसान अभी नहीं आएंगे'
राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा और पंजाब से किसान नहीं आएंगे, जो ट्रैक्टर बैन है. वहीं ट्रैक्टर जीआईसी मैदान में पंचायत में आएंगे. रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने के सरकार ने आदेश दे दिए हैं, जो गाड़ियां हैं उनके रजिस्ट्रेशन कैंसिल हो गए हैं. अब अगर वे चलेंगे तो वह अवैध हैं. क्या इस तरह की सरकार देश में चाहिए. राकेश टिकैत ने कहा कि यह निर्णय एक तानाशाही निर्णय है. हम इसके खिलाफ हैं. इस मीटिंग में हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि आओ और मुद्दों के साथ यहां पर शामिल हो जाओं.
राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त मोर्चा के लीडर यहां पर आएंगे, पब्लिक नहीं आएगी. क्या पता उसके बाद में क्या होगा. 10 साल पुरानी जिसकी गाड़ी टूटेगी वह रोएगा, जो डॉक्टर हैं, जज हैं उनकी 30-40 हज़ार किलोमीटर से ज्यादा गाड़ी चली नहीं है. गाड़ी घर में खड़ी खड़ी अवैध हो गई है तो उसके खिलाफ आंदोलन देश में होंगे. इस पंचायत में बड़ा निर्णय हो सकता है. हरियाणा पंजाब के किसान अभी नहीं आएंगे जब जरूरत पड़ेगी तब देखेंगे.
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